T Shirt Printing Business कैसे शुरू करें – Supreme Roadmap

T Shirt पर डिज़ाइन प्रिंटिंग, आज के समय में यह व्यापार बहुत ज्यादा लोकप्रिय और चलन में है क्योंकी इसकी डिमांड बढ़ रही है भारत एक बहुत बड़ी आबादी वाला देश है टी शर्ट पहनना सभी को पसन्द होता है और सिंपल टी शर्ट कोई भी पहनना पसंद नहीं करता है सभी को उसके उपर एक एलिगेंट डिज़ाइन चाहिए ।

इस बिज़नेस को छोटे स्तर से लेकर बड़े स्तर तक बहुत बड़ी मात्रा में किया जा रहा है, बहुत सारे ऐसे लोग थे जिन्होंने बहुत ही छोटे पैमाने पर इस बिज़नेस को शुरू किया और आज वे टॉप कंपनियां की श्रेणी में शामिल हैं जैसे Bewakoof.com, Overlays, UrbanMonkey, Customink, Printvenue, Vistaprint, Almamaterstore.in आदि ।

आज के इस लेख में आप जानेंगे – T Shirt Printing Business कैसे शुरू करें – Supreme Roadmap यह व्यापार कैसे काम करता है, टी शर्ट प्रिंटिंग के लिए कौन सा प्रिंटिंग मैथड अच्छा है, क्या इस व्यापार में उन्नति है, क्या इस व्यापार को छोटे पैमाने पर करके अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है, इस व्यापार को करने में किन किन चीजों की आवश्यकता होगी तथा बहुत सारे सवाल हैं जिन्हें आप आगे जानेंगे ।

T Shirt Printing Business कैसे शुरू करें ?

इस बिज़नेस को शुरू करने के लिए सबसे पहले उन पैरामीटर्स के बारे में जानेंगे जिनकी सबसे अधिक जरुरत है वो हैं इक्विपमेंट्स और सबसे पहला उपकरण है Sublimation Printing Machine (टी शर्ट डिज़ाइन करने वाली मशीन) – ये मशीन कई प्रकार की हैं यहां पर इनकी शुरूआत न्यूनतम 10-12 हज़ार रुपए से होती है और अधिकतम 20 लाख रुपए तक की है ।

इस बिज़नेस में मुख्य कड़ी प्रिंटिंग मशीन है क्योंकी अगर इसे खरीदने में गलती हो गई तो पूरा बिज़नेस खराब हो जाएगा इसलिए हम विभिन प्रकार की मशीनों तथा तरीकों के बारे में जानेंगे ।

T shirt डिज़ाइन करने के अनेक तरीके हैं सभी का सेटअप और बजट अलग अलग है और सभी के फायदे और नुक्सान भी अलग अलग हैं इनमें सबसे पहला मैथड Screen Printing Method है ।

1. Screen Printing

यह पुराना तरीका है लेकिन काफ़ी लोकप्रिय है । स्क्रीन प्रिंटिंग एक प्रमुख टी-शर्ट प्रिंटिंग तकनीक है जिसमें एक स्क्रीन (जिसे मशीन के रूप से तैयार किया जाता है) के माध्यम से डिज़ाइन को टी-शर्ट पर प्रिंट किया जाता है । इस प्रक्रिया का एक सामान्य तरीका निम्न है

  1. स्क्रीन प्रिंटिंग : स्क्रीन प्रिंटिंग की शुरुआत एक स्क्रीन के तैयारी के साथ होती है । यह एक शीट होती है जिसमें डिज़ाइन के हिसाब से छेद किए जाते हैं ।
  2. स्क्रीन प्रिंटिंग मशीन : डिज़ाइन को टी-शर्ट पर प्रिंट करने के लिए स्क्रीन प्रिंटिंग मशीन का इस्तेमाल होता है। यह मशीन स्क्रीन को टी-शर्ट के साथ संपर्क में लाती है और डिज़ाइन को टी शर्ट पर प्रिंट करती है ।
  3. डिज़ाइन और रंग का चयन : डिज़ाइन का चयन करने के बाद, रंग का चयन किया जाता है जो टी-शर्ट पर प्रिंट किया जाना है ।
  4. प्रिंटिंग प्रक्रिया : स्क्रीन प्रिंटिंग मशीन के माध्यम से डिज़ाइन को टी-शर्ट पर प्रिंट किया जाता है । इसके बाद, टी शर्ट को सुखाया जाता है ताकि रंग ठीक से सेट हो जाए ।

स्क्रीन प्रिंटिंग मशीनों में कुछ मुख्य तकनीक शामिल हैं इस प्रक्रिया को निम्न प्रकार किया जाता है ।

  1. एक्सपोज़र यूनिट : यह स्क्रीन को एक्सपोज़ करने के लिए उपयोग किया जाता है, जिससे डिज़ाइन को स्क्रीन पर प्रोजेक्ट किया जा सके ।
  2. स्क्रीन प्रिंटिंग करने की मशीन : यह मशीन स्क्रीन को शर्ट के साथ संपर्क में लाती है और रंग को टी शर्ट पर प्रिंट करती है ।
  3. ड्रायिंग मशीन : इसका उपयोग शर्ट को सुखाने के लिए किया जाता है, ताकि रंग अच्छे से सेट हो जाए ।

इसके अलावा, रंगों की स्टेबिलिटी तथा अन्य पैरामीटर्स को संरक्षित रखने के लिए अच्छी क्वालिटी के रंगों का उपयोग किया जाता है ताकि डिज़ाइन लंबे समय तक स्थिर रहे ।

Cost - यह सेटअप 50 हज़ार रुपए में तैयार हो जाएगा ।

Pros 👍

🔵 किसी भी प्रकार के कपड़े पर हाई क्वालिटी प्रिंटिंग की जा सकती है जैसे Cotton, Polyester, Lycra, Fabric
🔵 अधिक मात्रा में टी शर्ट डिज़ाइन की जा सकती है ।
🔵 इसका डिज़ाइन लंबे समय तक स्थिर रहता है ।

Cons 👎

🔴 कम टी शर्ट डिज़ाइन करने में नुक्सान है जैसे 4 या 5 ।
🔴 इसमें कॉम्प्लेक्स डिज़ाइन प्रिंट नहीं होते हैं । जैसे किसी फ़ोटो को डिज़ाइन करना है तो उसमें यह असमर्थ है ।
🔴 इस प्रिंटिंग में ध्यान और अनुशासन की आवश्यकता है अर्थात् यह प्रक्रिया हाथ से की जाती है इसलिए ध्यान से करना जरुरी है ।

2. DTG Printing

DTG (Direct To Garment), DTG प्रिंटिंग एक डेवलप प्रिंटिंग टेक्नोलोजी है जिसमें टी-शर्ट या अन्य गारमेंट्स पर सीधे रंगों को प्रिंट किया जाता है । अर्थात् डीटीजी मशीन में t shirt डालो और जो डिज़ाइन प्रिंट करना चाहते हो कर लो ।

  1. डिज़ाइन : DTG प्रिंटिंग में, टी-शर्ट पर प्रिंट करने के लिए कंप्यूटरीकृत डिज़ाइन का उपयोग किया जाता है । यह तकनीक एक विशेष टी-शर्ट प्रिंटर के माध्यम से काम करती है ।
  2. विभिन्न रंग : DTG प्रिंटिंग में, बहुत सारे रंगों का उपयोग किया जा सकता है जो कि सीधे गारमेंट पर प्रिंट करने के लिए अनुकूल होते हैं । DTG प्रिंटिंग में रंगों की स्थायित्व अधिक होती है, जिससे प्रिंट किए गए गारमेंट्स की दिखने में बेहद अच्छी गुणवत्ता होती है ।
  3. कस्टमाइजेशन: यह तकनीक कस्टमाइजेशन के लिए अच्छी है, क्योंकि आप विभिन्न रंगों और डिज़ाइन के साथ गारमेंट्स को प्रिंट कर सकते हैं ।

DTG प्रिंटिंग के कुछ नुकसान भी होते हैं, जैसे कि यह छोटे स्केल पर लागू करने के लिए महंगा हो सकता है और कई गारमेंट्स पर प्रिंट करने के लिए समय लग सकता है । इसके अलावा, यह तकनीक सभी प्रकार के गारमेंट्स के लिए साहयक होती है, जैसे कि कॉटन, फैब्रिक और पॉलिएस्टर आदि ।

Pros 👍 

🔵 इसके द्वारा किसी भी प्रकार का डिज़ाइन प्रिंट किया जा सकता है ।
🔵 डिज़ाइन किए गए प्रिंट की क्वालिटी अच्छी होती है ।
🔵 यह तकनीक आसानी से इस्तेमाल की जा सकती है ।
🔵 किसी भी प्रकार के कपड़े पर डिज़ाइन प्रिंट किया जा सकता है ।

Cons 👎

🔴 इसमें अधिक मात्रा में टी शर्ट को प्रिंट करना जटिल कार्य है अर्थात् एक बार में एक ही टी शर्ट को डिज़ाइन किया जा सकता है और इसमें समय भी अधिक लगता है । यदि एक बार में अधिक टी शर्ट डिज़ाइन प्रिंट करने हैं तो इसके लिए भी मशीन उपलब्ध हैं लेकिन उनकी कीमत 20 लाख या इससे भी बहुत अधिक है ।
🔴 यह काफ़ी महंगी है ।

3. VINYL Printing

विनाइल प्रिंटिंग एक पॉपुलर प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी है जिसमें विनाइल शीट का उपयोग करके गारमेंट्स पर डिज़ाइन को प्रिंट किया जाती है इस टेक्नोलॉजी का प्रयोग निम्न प्रकार किया जाता है ।

  • डिज़ाइन – विनाइल प्रिंटिंग में, स्पेशल विनाइल शीट का उपयोग किया जाता है जिसमें डिज़ाइन काट कर लिया जाता है । इसके लिए कंप्यूटरीकृत डिज़ाइन और कटिंग मशीन का इस्तेमाल किया जाता है । जैसा कि आप उपरोक्त इमेज में देख सकते हैं ।
  • हीट प्रेस – विनाइल शीट को गारमेंट्स पर लगाने के लिए हीट प्रेस मशीन का इस्तेमाल होता है। यह मशीन शीट को गारमेंट पर लगाकर उसे फिक्स करती है । विनाइल प्रिंटिंग के डिज़ाइन और रंग गारमेंट पर बहुत अच्छे स्थायित्व के साथ रहते हैं और यह धोने में भी अच्छी तरह से टिका रहते हैं ।
  • कस्टमाइजेशन – यह तकनीक कस्टमाइजेशन के लिए अच्छी है, क्योंकि आप विभिन्न रंगों और डिज़ाइन के साथ गारमेंट्स को प्रिंट कर सकते हैं ।

विनाइल प्रिंटिंग का एक महत्वपूर्ण नुकसान यह है कि विनाइल शीट्स को टूटने का खतरा होता है, खासकर जब गारमेंट्स को तेज गरमी या फिट किया जाता है। इसके अलावा, विनाइल प्रिंटिंग के लिए स्थिर रंगों की उपलब्धता की समस्या भी हो सकती है ।

Cost - Vinyl Printer (25K-100K₹), Heat Press Machine - 10-15K₹

Pros 👍 

🔵 इससे अच्छी क्वालिटी का डिज़ाइन प्रिंट किया जा सकता है । निर्भर करता है विनाइल पर यदि अच्छी क्वालिटी का विनाइल इस्तेमाल करेगें तो रिज़ल्ट अच्छा मिलेगा ।
🔵 इसके द्वारा किसी भी प्रकार के कपड़े पर डिज़ाइन प्रिंट किया जा सकता है ।
🔵 यह प्रिटिंग सिस्टम काफ़ी मंदा है और DTG के मुकाबले में तो यह बहुत ही ज्यादा सस्ता है ।

Cons 👎 

🔴 एक बार में एक ही टी शर्ट पर डिजाइन प्रिंट कर सकते हैं और एक टी शर्ट पर करने में भी काफ़ी समय लगता है क्योंकी इसका प्रॉसेस लंबा है । यदि प्लॉटर अच्छी क्वालिटी का है तो इससे काम आसान हो जाता है ।
🔴 इसमें एक ही कलर के डिज़ाइन को आसानी प्रिंट कर सकते हैं एक से ज्यादा कलर के डिज़ाइन के लिए उसी रंग का विनाइल लाना होगा और यह प्रॉसेस अधिक कॉम्प्लेक्स है ।

4. Sublimation Printing

सब्लीमेशन प्रिटिंग सिस्टम बहुत अधिक लोकप्रिय और चलन में हैं क्योंकि इसका प्रॉसेस आसान और दिलचस्प है चलिए समझते हैं इसमें किन किन मशीनों की आवश्यकता होगी और इसके द्वारा किस प्रकार टी शर्ट पर डिजाइन प्रिंट होगा ।

सब्लिमेशन डिज़ाइन – सब्लिमेशन प्रिंटिंग में, स्पेशल रंग और डिज़ाइन की शीट का उपयोग किया जाता है जो कि डिज़ाइन की तैयारी के लिए कंप्यूटरीकृत प्रक्रिया के माध्यम से होती है । इस शीट को प्रिंटर की मदद से प्रिंट किया जाता है इसके बाद हीट प्रेसर मशीन के द्वारा टी शर्ट पर डिजाइन को प्रिंट कर दिया जाता है ।

सब्लिमेशन प्रिंटिंग का एक महत्वपूर्ण फायदा यह है कि यह अनेक प्रकार के गारमेंट्स के लिए साहयक होती है, जैसे कि पॉलिएस्टर, लाइक्रा, और अन्य सिंथेटिक फैब्रिक्स । इसके अलावा, यह तकनीक साधारित प्रिंटिंग प्रक्रियाओं के मुकाबले कम समय लेती है । लेकिन इसका सबसे बड़ा ड्रॉबैक यह है कि यह लाइट कपड़े पर ही सक्षम है ।

Cost - ₹50K में इस सेटअप को तैयार किया जा सकता है ।

Pros 👍

🔵 यह प्रिटिंग सिस्टम सस्ता है ।
🔵 इसके द्वारा डिज़ाइन प्रिंट करने में कम समय लगता है ।
🔵 किसी भी प्रकार के डिज़ाइन को लाइट कलर के कपड़े पर प्रिंट किया जा सकता है ।
🔵 यह प्रिटिंग सिस्टम शुरुआती लोगों के लिए लाभदायक है ।

Cons 👎

🔴 गहरे रंग के कपड़े पर डिज़ाइन प्रिंट करने में असमर्थ है ।
🔴 ज्यादा टी शर्ट पर प्रिंट करने में असमर्थ है ।

5. DTF Printing

DTF (Direct-to-Film), DTF प्रिंटिंग एक प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी है जिसमें रंगीन डिज़ाइन को एक स्पेशल प्लास्टिक फिल्म पर प्रिंट किया जाता है, और फिर वह फिल्म गारमेंट पर ट्रांसफर किया जाता है । इस तकनीक के द्वारा प्रिंट करने की प्रक्रिया को जानते हैं ।

  1. डिज़ाइन : DTF प्रिंटिंग में, कंप्यूटरीकृत डिज़ाइन को स्पेशल फिल्म पर प्रिंट किया जाता है जिसे फिर गारमेंट पर ट्रांसफर किया जाता है ।
  2. फिल्म प्रिंटिंग : डीटीएफ प्रिंटर के माध्यम से डिज़ाइन को फिल्म पर प्रिंट किया जाता है, जिसमें हाई क्वालिटी की फिल्म का इस्तेमाल किया जाता है ।
  3. ट्रांसफर प्रिंटिंग : फिल्म को गारमेंट पर ट्रांसफर करने के लिए हाई क्वालिटी वाले रंगों का इस्तेमाल होता है । इस प्रक्रिया के बाद, रंगों को धोकर फिल्म को हटा दिया जाता है, जिससे डिज़ाइन गारमेंट पर स्थायी रूप से लगा रहता है । DTF प्रिंटिंग के डिज़ाइन गारमेंट पर बहुत अच्छे स्थायित्व के साथ रहते हैं, और उन्हें धोने में भी कोई दिक्कत नहीं होती ।
  4. कस्टमाइजेशन : यह तकनीक कस्टमाइजेशन के लिए अच्छी है, क्योंकि आप विभिन्न रंगों और डिज़ाइन के साथ गारमेंट्स को प्रिंट कर सकते हैं ।
Cost - DTF मशीन महंगी आती है इसकी कीमत 50K रुपए से शुरू होती है और 10 लाख तक रुपए तक की भी होती है ।

Pros 👍 

🔵 इसमें किसी भी प्रकार के डिज़ाइन को प्रिंट किया जा सकता है ।
🔵 इसके द्वारा किसी भी प्रकार के कपड़े पर डिज़ाइन प्रिंट किया जा सकता है जैसे - कॉटन, पॉलिएस्टर, लाइक्रा, और अन्य सिंथेटिक फैब्रिक्स ।
🔵 इसे इस्तेमाल करना आसान है और यह कम समय में डिज़ाइन प्रिंट करने में सक्षम है ।
🔵 आज के समय में सबसे ज्यादा इसी तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है ।

Cons 👎

🔴 इसके कोई ज्यादा नुक्सान नहीं है बल्कि इसका कोई बड़ा भी नुक्सान नहीं है बस इसके बजट की बात आती है इसका सेटअप 1-2 लाख रुपए में तैयार हो जाएगा ।

यहां पर आपने पांच प्रकार के प्रिंटिंग मैथड्स के बारे जाना है आशा करते हैं कि आपको समझ आ चुका होगा कि आपकों अपने बजट और क्वांटिटी के अनुसार कौन सा मैथड चुनना है ।

टी शर्ट कहां से खरीदें ?

एक सिंपल (विदाउट प्रिंटेड) टी शर्ट खरीदना कठिन कार्य नहीं है आप जिस भी शहर से संबंध रखते हैं उसकी कपड़े की मार्किट में जाएं और वहां के टी शर्ट सप्लायर (होलसेलर) से मिले यह टी शर्ट आपकों मात्र 90 से 100 रुपए में प्राप्त हो जाएगी और इस पर प्रिंट करने में आपकी पांच से दस रुपए की लागत आएगी ।

इस प्रकार आप टी शर्ट प्रिंट कर सकते हैं इसमें आपका खर्च 125 रुपए तक आ सकता है और मार्किट में आप इसे 300 से 500 रुपए तक की बेच सकते हैं लेकिन निर्भर करता है कि आप खुद की शॉप पर सेल करेंगे या आप व्होलेसलर के रुप में सेल करेगें ।

यदि आप होलसेलर के रुप में सेल करेंगे तो इसमें आप ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं क्योंकि अगर लोगों को आपकी टी शर्ट पसन्द आने लगी तो लोगों की डिमांड के कारण आपको ज्यादा टी शर्ट प्रिंट करनी होंगी और आप अधिक पैसा कमा पाएंगे । इसके अलावा आप अपनी टी शर्ट को ऑनलाइन भी सेल कर सकते हैं ।

इन टी शर्ट्स को ऑनलाइन कैसे सेल करें ?

बढ़ती तकनीक और आम हुए इंटरनेट के मिश्रण ने बहुत सारे व्यापारो को बड़ा बनाने में योगदान दिया है और टी शर्ट का बिज़नेस तो ऑनलाइन के माध्यम से बहुत ज्यादा ग्रो हो रहा है लोग ऑनलाइन टी शर्ट खरीदना पसंद करते हैं ।

अब तक आप जान चुके हैं कि इस बिज़नेस को कैसे करना है तो अब जानते हैं कि इस बिज़नेस को ऑनलाइन के रुप में कैसे स्थापित करें । इस बिज़नेस को ऑनलाइन करने के लिए एक वेबसाइट चाहिए जो कि ईकॉमर्स वेबसाइट कहलाएगी और इसके लिए सम्पूर्ण ऑनलाइन मार्किट की समझ भी होनी चाहिए । इसलिए आप निम्न पोस्ट को पढ़ें 👇

E commerce स्टोर क्या होता है इस बिज़नेस को कैसे शुरू करें

T Shirt Printing Business के फ़ायदे

1. टी-शर्ट्स भारत में लोकप्रिय वस्त्र हैं और इसकी मांग लगातार बढ़ रही है इसलिए यह मार्किट बढ़ रही है और इसमें पैसे की कोई कमी नहीं है । 

2. लोग अपनी पसंद के अनुसार टी-शर्ट्स का डिज़ाइन करवाना पसंद करते हैं, कुछ लोग अपने नाम की टी शर्ट पहनना पसंद करते हैं, कुछ अपनी या किसी अन्य की तस्वीर प्रिंट करवाते हैं, कुछ लोग अन्य प्रकार के डिज़ाइन प्रिंट करवाते हैं । इसलिए इस बिज़नेस के रेवेन्यू मॉडल में यह एक सर्वोपरि तरीका है जिससे आप ऑफलाइन तथा ऑनलाइन अधिक इनकम कर सकते हैं । 

3. टी-शर्ट्स का बाजार स्थिर है और उसमें बदलाव की कमी होती है, जिससे व्यवसाय को स्थिरता मिलती है । जी हां, इस बिज़नेस में किसी भी प्रकार के बदलाव देखने को नहीं मिलते हैं क्योंकि यह कोई टेक्नोलॉजी नहीं है । 

4. T-shirt प्रिंटिंग व्यवसाय को शुरू करने के लिए कम निवेश की आवश्यकता होती है और यह स्थानीय स्तर पर भी शुरू किया जा सकता है और इस काम को शुरू करते समय यदि ऑफलाइन मार्किट को टारगेट किया जाएगा तो यह शत प्रतिशत अच्छा विकल्प होगा । 

T Shirt Printing Business के नुक्सान

1. टी-शर्ट्स के प्रिंटिंग व्यवसाय में कठिन मुकाबला हो सकता है क्योंकि यह एक लोकप्रिय लेकिन प्रतिस्पर्धी बाजार है । यह स्पष्ट है कि इस बिज़नेस में कंपटीशन बहुत अधिक है इसलिए अपनी ब्रांडिंग, डिज़ाइन प्रिंटिंग और कपड़े की क्वालिटी पर विशेष रुप से ध्यान दिया जाए अन्यथा मार्किट में सर्वाइव करना मुश्किल होगा । 

2. सही तकनीकी ज्ञान और स्किल की आवश्यकता होती है ताकि गारमेंट्स पर क्वालिटी के डिज़ाइन प्रिंट किया जा सके । यदि आप इस बिज़नेस में डिज़ाइन प्रिंट स्वयं करेगें तो पहले इसे सीखें अन्यथा किसी पेशेवर को हायर कर लें । 

3. सफल बिजनेस के लिए मार्केटिंग और प्रचार की अच्छी समझ होनी चाहिए ।

4. टी-शर्ट्स के डिज़ाइन और फैब्रिक में बदलते ट्रेंड्स के साथ कदम मिलाने की आवश्यकता होती है । इसलिए हमेशा मार्किट रिसर्च करते रहें और प्रत्येक बदलाव से जागरूक रहें ।

आख़िरी शब्द

आशा करते हैं कि आपकों इस पोस्ट से टी शर्ट प्रिंटिंग बिज़नेस के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त हो चुकी होगी यदि इस लेख से संबंधित आपका कोई सवाल है तो जरुर पूछिए आपकों उचित रूप से जवाब दिया जाएगा ।

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