स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना (SGSY) – भारत सरकार देश को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है और विशेष रूप से छोटे वर्ग एवं ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिए अत्यंत लाभकारी योजनाएं चलाई जाती हैं, जिनमें “स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना” सरकार की एक महत्त्वाकांक्षी योजना है।
इस योजना के माध्यम से केंद्र सरकार ग्रामीण क्षेत्रवासियों को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करने का कार्य कर रही है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की आय में वृद्धि करके उन्हें गरीबी रेखा से ऊपर किया जा सके। आइए इस योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं आपको क्या लाभ मिलेंगे और कैसे आप आवेदन कर सकते हैं।
स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना क्या है?
स्वर्णजयंती ग्राम स्वरोजगार योजना (SGSY) केंद्र सरकार द्वारा संचालित एक ऋण-सह-सब्सिडी कार्यक्रम है जिसकी शुरुआत 1999-2000 में हुई थी। इसे ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा क्रियान्वित किया जाता है, इसके अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र के गरीब परिवारों को स्वरोजगार के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
मुख्य उद्देश्य – गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों (महिलाओं, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों तथा विकलांग जैसे कमजोर समूहों) को स्वरोजगार अवसर प्रदान करके आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करना है। इस योजना के तहत, स्वरोज़गार के लिए प्रशिक्षण (ट्रेनिंग), ऋण, विपणन, और प्रौद्योगिकी जैसे सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जाएगा।
इस योजना के अंतर्गत लोगों को स्वरोजगार शुरू करने के लिए बैंक ऋण प्रदान किया जाता है साथ ही लोगों को व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है जिसमें उन्हें व्यवसाय चलाने के लिए सलाह एवं मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है।
योजना का नाम | स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना |
आरंभ तिथि | 1 अप्रैल, 1999 |
उद्देश्य | ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करना |
लाभार्थी | ग्रामीण क्षेत्र के निर्धन परिवार |
लाभ | न्यूनतम ब्याज दर ऋण और सब्सिडी, ग्रामीण क्षेत्रों का विकास, आत्मनिर्भरता |
आवेदन प्रक्रिया | ऑफलाइन |
Yojana links | www.india.gov.in/swarnjayanti-gram-swarozgar-yojana, hpkullu.nic.in |
SWARNJAYANTI GRAM SWAROZGAR YOJANA GUIDELINES | Read Here |
स्वर्णजयंती ग्राम स्वरोजगार कार्यक्रम के लाभ एवं विशेषताएं
- स्वर्णजयंती ग्राम स्वरोजगार कार्यक्रम के अंतर्गत खर्च की जाने वाली रकम में केंद्र सरकार 75% और राज्य सरकारें 25% का अनुदान कर रही हैं।
- इस योजना के तहत, गरीब ग्रामीणों को स्वयं सहायता समूहों में संगठित किया जाता था, जिन्हें स्वरोजगार के लिए ऋण और वित्तीय सहायता दी जाती थी।
- योजना के तहत, ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे व्यवसाय, कृषि आधारित गतिविधियाँ, पशुपालन, कुटीर उद्योग आदि शुरू करने के लिए सहायता प्रदान की जाती है।
- योजना के अंतर्गत स्व-रोजगार के लिए दिए जाने वाले ऋण पर सब्सिडी भी प्रदान की जाती है, यह सब्सिडी व्यक्तिगत लाभार्थियों और SHG के लिए अलग-अलग रखी गई है।
- SGSY के तहत सब्सिडी संभावित लागत के 30% पर एक समान होगी, जो अधिकतम ₹7,500 रुपए है, SC/ST के संबंध में यह परियोजना लागत का 50% अधिकतम ₹10,000 रुपए, स्वरोजगारियों (एसएचजी) के समूहों के लिए सब्सिडी परियोजना की लागत का 50% होगी, जिसकी सीमा ₹1.25 लाख रूपए।
- गरीब परिवारों को सरकारी सब्सिडी और बैंक ऋण के माध्यम से आय अर्जित करने वाली संपत्ति प्रदान की जाती है ताकि वे 3 साल के भीतर गरीबी रेखा से ऊपर आ सकें।
- प्रथम ग्रेडिंग के बाद स्वयं सहायता समूहों को 50 हजार रुपये की चक्रीय निधि प्राप्त होती है। प्रथम लिंकेज के लिए 50,000 रु. दूसरे लिंकेज के लिए 100,000 रुपये, और रु। तीसरे और उसके बाद के लिंकेज के लिए 150,000 रुपये।
- इस कार्यक्रम के अंतर्गत ऋण से खरीदी गई संपत्तियों और पशुधन के लिए बीमा कवरेज भी प्रदान किया जा सकता है, साथ ही स्वरोजगारियों के लिए समूह बीमा भी प्रदान करता है।
- इस योजना से संबंधित अन्य जानकारी प्राप्त करने के लिए आप उपरोक्त सारणी में प्रदान किए गए गाइडलाइन लिंक पर क्लिक कर सकते हैं।
स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना के लिए पात्रता एवं जरूरी दस्तावेज़
पात्रता मानदंड
- SGSY के तहत ग्रामीण क्षेत्र निवासी गरीब परिवारों को पात्र रखा गया है।
- आवेदक व्यक्ति गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार से संबंध रखता हो।
- आवेदक व्यक्ति का परिवार बीपीएल राशन कार्ड धारक हो।
- आवेदक व्यक्ति किसी स्वयं सहायता समूह का सदस्य हो।
- आपके राज्य के अनुसार पात्रता अलग भी हो सकती हैं।
आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- मोबाइल नंबर
- बैंक पासबुक
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- मूलनिवास प्रमाण पत्र
- स्वरोजगार स्थापित करने का प्रमाण
स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना में आवेदन कैसे करें?
स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना में आवेदन करने के लिए अभी तक सरकार को कोई ऑफिशियल पोर्टल/वेबसाइट जारी नहीं की गई है, इसलिए आप इसमें सीधे ऑनलाइन आवेदन नहीं कर सकते। इस योजना में आवेदन करने के लिए ग्राम पंचायत एवं बैंकों के माध्यम ऑफलाइन प्रक्रिया ही संचालित की गई है।
यदि आप इस योजना के अंतर्गत आवेदन करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको अपने गांव के पंचायत कार्यालय में जाकर संपर्क करना होगा और आवेदन करने से संबंधित सभी चरणों को समझना होगा। इस तरह आप आसानी से आवेदन कर पाएंगे और स्वरोजगार स्थापित करके स्वयं और परिवार के भविष्य को संवार सकते हैं।
इसके अलावा आप स्थानीय बैंक या स्वयं सहायता समूह के माध्यम से मदद लेकर आवेदन प्रक्रिया से संबंधित आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना के तहत आवेदन करके इसका लाभ ले सकते हैं।
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महत्त्वपूर्ण शब्द
स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना काफ़ी पुरानी हो चुकी है, यदि आपके राज्य में यह बंद होती है या आप इसमें आवेदन नहीं करा पाते हैं तो ऐसे में आप प्रधानमंत्री द्वारा संचालित अन्य ऋण योजनाओं का लाभ ले सकते हैं जैसे पीएम मुद्रा ऋण योजना, स्टैंड अप इंडिया योजना आदि और अपना व्यवसाय स्थापित कर सकते हैं।