आज के समय में ज्यादातर लोग बिजनेस करके पैसे कमाना चाहते हैं क्योंकि इस बात को तो सभी जानते हैं कि बिज़नेस में इंसान मन का राजा होता है अर्थात् जब मन करे तब काम करो जब मन करे घूमने निकल जाओ और सबसे बड़ी बात किसी के नीचे काम नहीं करना बल्कि सबके ऊपर काम करना ।
हेलो दोस्तों स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग में, आज के लेख में हम आपको “Drop Servicing क्या है 2024 में इस बिज़नेस को कैसे शुरू करें [Step By Step Guide] के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देंगे l
Drop servicing एक ऐसा बिज़नेस है जिससे लाखों रुपए महीना कमा सकते हैं l चलिए जानते हैं यह ड्रॉप सर्विसिंग क्या है और कैसे आप इससे लाखों कमा सकते हैं –
- Drop servicing क्या है ?
- ड्रॉप शिपिंग और ड्रॉप सर्विसिंग में क्या फ़र्क है ?
- ड्रॉप सर्विसिंग बिजनेस कैसे काम करता है ?
- Last Step
- Drop servicing बिजनेस कैसे शुरू करें ?
- ड्रॉप सर्विसिंग बिजनेस करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स
- सबसे महत्त्वपूर्ण टिप
- ड्रॉप सर्विसिंग बिजनेस के फ़ायदे
- ड्रॉप सर्विसिंग बिजनेस के नुकसान
- आख़िरी शब्द (Conclusion)
Drop servicing क्या है ?
ड्रॉपसर्विसिंग एक ऐसा बिजनेस मॉडल है जहां आप स्वयं वास्तविक काम किए बिना ग्राहकों को सेवाएं प्रदान करते हैं । इसके बजाय, आप मार्जिन को अपने लाभ के रूप में रखते हुए फ्रीलांसरों या एजेंसियों को काम आउटसोर्स करते हैं ।
यह ट्रेडिशनल सर्विस-बेस्ड बिजनेस का एक रूप है जहां आप सर्विस प्रोवाइड करने के लिए दूसरों के स्किल का लाभ उठाते हुए कस्टमर की मांग और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट को पूरा करते हैं, इनके बीच कमीशन कमाते हैं l
अर्थात् – एक व्यक्ती है जिसे वीडियो एडिटिंग करानी है, वह ड्रॉप सर्विसिंग प्रोवाइडर से मिलता है और अपनी समस्या बताता है कि मुझे वीडियो एडिटिंग करानी है l इसके बाद ड्रॉप सर्विसिंग प्रोवाइडर किसी फ़्रीलांसर या एजेंसी से अच्छी वीडियो एडिटिंग करा देता है और वह कलाइंट से फ़्रीलांसर या एजेंसी की फ़ीस से कुछ अधिक पैसे चार्ज करता है l यह ड्रॉप सर्विसिंग कहलाता है l लेकिन इसे आप ड्रॉप शिपिंग मत समझ लेना ड्रॉप शिपिंग एक अलग बिज़नेस है चलिए जानते हैं कि ड्रॉप शिपिंग क्या है 👇
ड्रॉप शिपिंग और ड्रॉप सर्विसिंग में क्या फ़र्क है ?
ड्रॉप शिपिंग और ड्रॉप सर्विसिंग दोनों बिजनेस एक दूसरे से बिल्कुल अलग हैं l ड्रॉप शिपिंग में प्रॉडक्टस को कंज्यूमर से कस्टमर को शिप किया जाता है ।
इस प्रकार ड्रॉप सर्विसिंग और ड्रॉप शिपिंग बिजनेस में महत्त्वपूर्ण अंतर यह है कि ड्रॉप शिपिंग बिजनेस कस्टमर को ब्यूटी, क्लोथ, फ़िटनेस, इलेक्ट्रॉनिक प्रॉडक्टस प्राप्त करने को संदर्भित करता है और ड्रॉप सर्विसिंग बिजनेस कस्टमर को ऑनलाइन सेवाएं प्रोवाइड करने के लिए संदर्भित करता है l Dropshipping के बारे में सब कुछ जानने के लिए क्लिक करें ।
ड्रॉप सर्विसिंग बिजनेस कैसे काम करता है ?
ड्रॉपसर्विसिंग बिजनेस उन ग्राहकों और उन सेवाओं को प्रदान करने वाले कुशल पेशेवरों या एजेंसियों के बीच मीडिएटरके रूप में कार्य करता है । ड्रॉप सर्विसिंग बिजनेस कैसे काम करता है, इसको स्टेप बाई स्टेप समझते हैं ।
Step 1
ड्रॉपसर्विसिंग को ऑफर करने के लिए सबसे पहले ऑनलाइन सर्विस की एक सीरीज का चयन करना होता है । इसमें ग्राफिक डिज़ाइन, कंटेन्ट राइटिंग, वेब डिजाइनिंग, डिजिटल मार्केटिंग, वीडियो एडिटिंग आदि इन जैसी कोई भी सेवा हो सकती है जिसे आउटसोर्स किया जाता है ।
आउटसोर्स का अर्थ होता है - किसी बाहरी स्रोत से सेवा प्राप्त करना । उदाहरण - आपकों वीडियो एडिटिंग करानी है तो आप किसी बाहरी इंसान से संपर्क करेगें जो आपकी इस रिक्वायरमेंट को पूरा करेगा यही आउटसोर्स कहलाता है अर्थात् आपने बाहरी स्रोत से सेवा प्राप्त की ।
ड्रॉप सर्विसिंग प्रदान करने के लिए एक प्रोफ़ेशनल वेबसाइट बनाई जा सकती है, प्रोफेशनल इंस्टाग्राम पेज, फेसबुक पेज आदि । इस प्रोफ़ेशनल वेबसाइट द्वारा दी जाने वाली सर्विसेज, सर्विस पैकेजों, सर्विस रेट और संपर्क जानकारी को प्रदर्शित करती है और क्लाइंट को आकर्षित करने के लिए प्राथमिक मंच के रूप में कार्य करती है । क्लाइंट को अपनी वेबसाइट या पेज तक लाने के लिए विभिन्न मार्केटिंग तकनीकों का उपयोग किया जाता है चलिए जानते हैं इनके बारे में 👇
इसमें डिजिटल मार्केटिंग स्ट्रेटजी जैसे SEO, सोशल मीडिया मार्केटिंग (SMM), Google या Facebook ads चलाना, कॉन्टेंट मार्केटिंग आदि इनमें से किसी भी तरीके से आप अपनी वेबसाइट या पेज तक क्लाइंट्स को लेकर आना है ।
Step 2
जब संभावित क्लाइंट रुचि व्यक्त करते हैं या सेवाओं के बारे में पूछताछ करते हैं, तो ड्रॉपसर्विसिंग व्यवसाय उनकी आवश्यकताओं को समझने के लिए ईमेल, कॉल या ऑनलाइन फॉर्म के माध्यम से परामर्श में संलग्न होता है । अर्थात् जब कोई आपकी वेबसाइट या पेज पर आएगा तो वह आपसे ईमेल, कॉल या DM के द्वारा बात करेगा ।
ग्राहक की आवश्यकताओं के आधार पर, उसको ड्रॉपसर्विसिंग व्यवसाय एक सेवा पैकेज की डील करता है, जिसमें सर्विस का दायरा, रेट और अनुमानित डिलीवरी समय की रूपरेखा होती है । अर्थात् जब आप से कोई क्लाइंट किसी विषेश सेवा के बारे में बात करेगा तो आपकों उसे पूरा पैकेज बताना है जैसे 1 मिनट की वीडियो एडिट करने का 200Rs चार्ज है और यह वीडियो आपकों 6 घंटे में डिलीवर कर दी जाएगी ।
इसके अलावा आप उसे 5 मिनट, 10 मिनट, 20 मिनट, 30 मिनट तथा इससे ज्यादा लंबी वीडियो और वीडियो की क्वालिटी के बारे में अपने पैकेज में बता सकतें हैं और कुछ सैंपल विडियोज भी आपके पास होने चाहिएं क्लाइंट को दिखाने के लिए कि आप इस तरह की वीडीयो एडिटिंग सर्विस प्रदान करते हैं ।
यहां पर हमनें वीडियो एडिटिंग का उदाहरण लेकर आपको समझाया है आप जिस भी स्किल के रिगार्डिंग ड्रॉप सर्विसिंग करेगें उसका पैकेज आपकों बताना है और उस स्किल के अनुसार ही पैकेज तैयार करें ।
जब ग्राहक डील पर सहमत हो जाएगा, तो ड्रॉपसर्विसिंग व्यवसाय स्वयं कार्य नहीं करता है । वह अपने फ्रीलांसरों या एजेंसियों को काम आउटसोर्स करते हैं जो चुनी हुई सेवा में स्पेशलिस्ट होते हैं । ये आउटसोर्स प्रोफ़ेशनल्स काम पूरा करते हैं अब इन फ्रीलांसर्स या एजेंसी के द्वारा आउटपुट ड्रॉप सर्विसर को सौंप दिया जाता है ।
Step 3
ड्रॉपसर्विसिंग व्यवसाय यह कंफर्म करता है कि फ्रीलांसरों या एजेंसियों द्वारा दिया गया काम ग्राहक की मांग, रिक्वायर्मेंट के अनुसार है या नहीं और उन्हें जो हाई क्वालिटी चाहिए उसका पालन करा गया है या नहीं ।
इसमें कार्य की जाँच, रिव्यू करना, यदि आवश्यक हो तो करेक्शन का अनुरोध करना और प्रक्रिया की निगरानी करना होता है
काम पूरा होने और जाँचने के बाद, ड्रॉपसर्विसिंग व्यवसाय ग्राहक को अंतिम आउटपुट वितरित करता है । वे ग्राहक और सेवा प्रोवाइडर के बीच संपर्क बिंदु के रूप में कार्य करते हैं ।
इस प्रकार ड्रॉपसर्विसिंग प्रोवाइडर कस्टमर को ऑनलाइन सर्विस प्रोवाइड करने के लिए अपना कमीशन रखते हुए फ़ीस चार्ज करता है l जिसमें वह किसी फ्रीलांसर या एजेंसी द्वारा कम पैसों में काम कराकर क्लाइंट को देता है और बाकी पैसा खुद रखता है l
Last Step
इस बात को आपकों अपने पैकेज में ही मेंशन करना है कि आप करेक्शन और परिर्वतन को स्वीकार करते हैं या नहीं क्योंकि अक्सर ग्राहक वितरित कार्य में करेक्शन या परिवर्तन का मांग करता है । यदि आपके फ्रीलांसर या एजेंसी से कोई मिस्टेक हुई है तो वह ठीक करके देना जरुरी है क्योंकि यहां पर क्लाइंट सिर्फ़ सही काम की मांग कर रहा है ।
यदि क्लाइंट कोई बदलाव चाहता है तो यह आपके नियमानुसार होना चाहिए या तो आपकों अपने पैकेज में मेंशन करना है कि हम आउटपुट वितरित होने के पश्चात् परिर्वतन करते हैं और इस परिवर्तन का इतना चार्ज करते हैं या फ्री ऑफ कॉस्ट करते हैं । ये नियम आपके अनुसार होगा क्योंकि आपकों तय करना है कि आपकों बिज़नेस में लॉस तो नहीं हो रहा ।
हमारे अनुसार आप इस बात को अपने पैकेज में मेंशन करें और इसका चार्ज भी लें लेकिन कम चार्ज करें ।
ड्रॉप सर्विसिंग बिजनेस क्लाइंट के सेटिस्फेक्शन को प्राथमिकता देता है, यह सुनिश्चित करता है कि ग्राहक प्रदान की गई सेवाओं से खुश है । इससे बार-बार व्यापार और रेफरल की स्थिति उत्पन्न होती है इस प्रकार ही यह बिज़नेस ग्रो होगा ।
जैसे-जैसे ड्रॉपसर्विसिंग व्यवसाय अधिक ग्राहक प्राप्त करता है और अपनी प्रक्रियाओं को पूरा करता है, तो ड्रॉप सर्विसर को अपनी सेवाओ की पेशकशों को बढ़ाना चाहिए इससे अधिक ग्राहकों तक पहुंचना संभव है और संभावित रूप से बढ़ी हुई मांग को संभालने के लिए अतिरिक्त टीम के सदस्यों को इस बिज़नेस में जोड़ना चाहिए है इस तरह ड्रॉप सर्विसिंग व्यवसाय काम करता है l
Drop servicing बिजनेस कैसे शुरू करें ?
ड्रॉप सर्विसिंग बिजनेस शुरू करने के लिए आपको निम्न स्टेप को फ़ॉलो करना होगा –
- सबसे पहले आप कोई एक स्पेसिफ़िक सर्विस चुनें जिसे आप पेश करना चाहते हैं या जिसके बारे में कुछ बेसिक नॉलेज हो जैसे वीडियो एडिटिंग, ग्राफ़िक डिजाइनिंग, कॉन्टेंट राइटिंग, थंबनेल डिजाइनिंग, ईमेल कॉपीराइटिंग, सोशल मीडिया एडवरटाइजमेंट, एड चलाना आदि । अपने कलाइंट को बेहतर ढंग से टार्गेट करने के लिए किसी विशेष क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है । जैसे ब्लॉग,वेबसाइट, फ़ेसबुक ग्रुप,पेज, इंस्टाग्राम आदि सोशल मीडिया प्लेटफ़ार्म ।
- अपने टार्गेट कस्टमर्स और उनकी ज़रूरतों को समझें । उन बिंदुओं, आवश्यकताओं की पहचान करें जिन्हें आप अपनी सेवाओं से पूरा कर सकते हैं। इसके बारे में अच्छे से मार्केट रिसर्च करें जैसे आज के समय में वीडियो एडिटिंग और कॉन्टेंट क्रिएशन व राइटिंग की बहुत मांग है यदि इन विषय पर आप ड्रॉप सर्विसिंग करेगें तो मार्किट में देखें कि कितने ड्रॉप सर्विसर मौजूद हैं और उनका काम करने का तरीका क्या है और आप उनसे बेहतर काम कैसे कर सकते हैं । इसके बाद
- एक प्रोफ़ेशनल वेबसाइट बनाएं जो आपकी सेवाओं, प्राइज, एक्सपर्टिज तथा स्पेशलाइजेशन को प्रदर्शित करे और ग्राहकों को आपसे संपर्क करने का एक तरीका प्रदान करे यह आपका ऑनलाइन स्टोरफ्रंट है यदि वेबसाइट नहीं बना सकतें तो एक प्रोफेशनल इंस्टाग्राम पेज बनाएं यह बहुत अच्छा विकल्प है ।
- स्पष्ट और आकर्षक सर्विस पैकेज तैयार करें जिन्हें ग्राहक चुन सकें । इसमें क्या शामिल है और उन्हें क्या लाभ मिलेगा, इसके बारे में पारदर्शी रहें ताकि कस्टूमर्स को शक न रहे और वह आप पर आसानी से भरोसा कर सकें ।
- इसके बाद आप फ्रीलांसरों या एजेंसियों को आउटसोर्स करें, विश्वसनीय फ्रीलांसरों या एजेंसियों को ढूंढें जो आपके द्वारा दी जा रही सेवाएं प्रदान कर सकें । क्वालिटी काम महत्वपूर्ण है, इसलिए सावधानी से चुनें ।
- अपने कम्पटीटर के मुकाबले में सर्विस के लिए सही मूल्य निर्धारित करें जो आपकी लागत को कवर करता है और आपको लाभ कमाने की अनुमति देता हो । मार्केट की प्रतिक्रिया के आधार पर आवश्यकतानुसार समायोजन करने के लिए पर्याप्त फ़्लेक्सिबल बनें ।
- अपने टार्गेट ग्राहकों तक पहुंचने के लिए डिजिटल मार्केटिंग तकनीकों का उपयोग करें । ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए सोशल मीडिया, एसईओ, गूगल, इंस्टाग्राम, फेसबुक एड्स और नेटवर्किंग का उपयोग करें । साथ ही ग्राहकों की पूछताछ के प्रति उत्तरदायी रहें । स्पष्ट रूप से बताएं कि आप क्या मूल्य प्रदान कर रहे हैं और आपकी सेवाएँ उनकी समस्याओं का समाधान कैसे कर सकती हैं ।
- प्रोजेक्ट मैनेजमेंट : जब आपके पास ग्राहक आने लगें तो उन्हें सुरक्षित कर लें अर्थात् उन्हें अच्छी सर्विस प्रदान करें और आपकी कम्युनिकेशन भी अच्छी हो । प्रोजेक्ट को प्रभावी ढंग से मैनेज करें। सही समय पर और हाइ क्वालिटी काम की डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए अपने चुने हुए फ्रीलांसरों/एजेंसियों के साथ जुड़े रहे और काम में करेक्शन या सुधार कराने के बारे में अच्छे से जानकारी प्राप्त करें ।
- ग्राहकों को बनाए रखने और रेफरल प्राप्त करने के लिए एक्सीलेंट कस्टमर सर्विस प्रोवाइड करें । खुश ग्राहक नए व्यवसाय का एक बड़ा स्रोत हो सकते हैं। जैसे-जैसे आपका व्यवसाय बढ़ता है, अपनी प्रक्रियाओं को रिफाइन (शुद्ध) करना, अपनी सेवाओं का विस्तार करना और नए क्षेत्र तलाशना जारी रखें।
- ड्रॉपसर्विसिंग के लिए स्ट्रॉन्ग संचार, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट स्किल और अपने ग्राहकों को मूल्य प्रदान करने पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है, भले ही आप सीधे काम नहीं कर रहे हों । एक सफल ड्रॉपसर्विसिंग व्यवसाय बनाने के लिए अपने अनुभवों को अपनाएं और ड्रॉप सर्विसिंग सीखते रहें ।
ड्रॉप सर्विसिंग बिजनेस करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स
किसी भी काम को करने से पहले सीखना बहुत महत्त्वपूर्ण है, इसलिए ड्रॉप सर्विसिंग बिजनेस शुरू करने के लिए पहले आपको ड्रॉप सर्विसिंग सीखना होगा ताकि आप लॉन्ग टर्म के लिए इस बिजनेस में कामयाब होकर अच्छा पैसा कमा सकें l
यह एक ऑनलाइन बिजनेस है जिसके लिए आपके पास इंटर्नेट कनेक्शन के साथ स्मार्टफ़ोन, लैपटॉप या कम्प्यूटर का होना बहुत महत्त्वपूर्ण है l साथ ही ऑनलाइन क्षेत्र से संबंधित नॉलेज भी होना चाहिए l
ड्रॉप सर्विसिंग बिजनेस शुरू करने के लिए आपको पहले किसी सिंपल निश को सिलैक्ट करना चाहिए जिसके बारे में आपको कुछ बेसिक नॉलेज भी हो l जैसे logo designing, video editing, content writing आदि l
ड्रॉप सर्विसिंग में सबसे ज्यादा महत्त्वपूर्ण है कलाइंट ढूँढना l इसके लिए आपको थोड़ी मेहनत करनी होगी ताकि आप ज्यादा से ज्यादा कस्टमर फ़ाइड कर सके l वेबसाइट द्वारा, यूट्यूब चैनल द्वारा, फ़ेसबुक द्वारा इंस्टाग्राम द्वारा आदि प्लेटफ़ार्म से आप अपने टार्गेट कस्टूमर्स तक पहुंच सकते हो l
ड्रॉप सर्विसिंग से अच्छा पैसा कमाने के लिए आप बाहर की कंट्री के कलाइंट को सर्विस प्रोवाइड करा सकते हैं और उनके वहां के सर्विस रेट के अनुसार डॉलर में फ़ीस चार्ज कर सकते हैं l जैसे USA, ITALY, Australia, canada, france etc.
इस बिजनेस में आपको कलाइंट को अच्छी सर्विस प्रोवाइड करने के लिए किसी अच्छे फ़्रीलांसर या एजेंसियों को हायर करना होगा, जो आपके कलाइंट की आवश्यकता के अनुसार सही काम करें l इसके लिए आप Fiverr, UpWork, Freenalcer.com और Linkedin जैसे प्लेटफ़ॉर्म से अच्छे फ़्रीलांसर और एजेंसियों को हायर कर सकते हैं l
जो भी सर्विस आप प्रोवाइड कराएंगे, उसके लिए एक उचित प्राइस रखें l इसके लिए आपको अच्छे से रिसर्च करनी होगी ताकि आप सही प्राइस तय कर सकें और अच्छा कमीशन कमा सकें l ड्रॉप सर्विसिंग करने के लिए आपके पास अच्छी कम्युनिकेशन स्किल होनी चाहिए क्योंकि सभी कस्टूमर एक जैसे व्यवहार के नहीं होते l जब आप किसी कस्टमर से बात करें तो अपना मार्जन रखते हुए सही प्राइस तय करें l
अपने कलाइंटस को बेहतर सर्विस प्रोवाइड करें ताकि वह दुबारा आपसे काम कराए l इस बिजनेस के कम्पटीशन में आपको दूसरे लोगों से कुछ अलग और यूनीक करना होगा l इसलिए यूनीक आइडिया लगाए और ज्यादा कस्टूमर्स को आकर्षित करें l
सबसे महत्त्वपूर्ण टिप
जब आप किसी कस्टमर से बात करें तो आपकी कन्वर्सेशन बहुत प्यारी होनी चाहिए और डायरेक्ट सब कुछ नहीं बताना है पहले उनकी समस्या जानें और धीरे धीरे अपनी सर्विसेज को बताएं। आपको उसे विश्वास दिलाना है कि आप सर्विस प्रोवाइड करते हैं और अपनी प्रोफ़ेशनल वेबसाइट, प्लेटफॉर्म के बारे में बता सकते हैं, जहाँ आप कस्टमर को आकर्षित करते हैं । इन टिप्स को फ़ॉलो करके आप ड्रॉप सर्विसिंग बिजनेस में अच्छा पैसा कमा सकते हैं और लोग टर्म के लिए सफ़लता प्राप्त कर सकते हैं l आपकी सफ़लता अपने कलाइंट की संतुष्टि में ही छिपी है इसलिए आप अच्छी सर्विस प्रोवाइड करें l
ड्रॉप सर्विसिंग बिजनेस के फ़ायदे
- ड्रॉपसर्विसिं के लिए आमतौर पर ट्रेडिशनल सर्विस बिजनेस की तुलना में कम ओवरहेड लागत की आवश्यकता होती है क्योंकि आप स्वयं सेवाएं नहीं दे रहे हैं। इससे उच्च लाभ मार्जिन हो सकता है।
- ड्रॉपसर्विसिंग बिजनेस को बढ़ाना आसान है क्योंकि आप मांग बढ़ने पर फ्रीलांसरों या एजेंसियों को वास्तविक काम आउटसोर्स करते हुए ग्राहक अधिग्रहण(acquisition) और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
- आपको प्रत्येक क्षेत्र में विशेषज्ञ होने की आवश्यकता के बिना अपने क्षेत्र के भीतर सेवाओं की एक बड़ी श्रृंखला(सीरीज) की पेशकश कर सकते हैं, जिससे आप व्यापक ग्राहकों को पूरा कर सकते हैं।
- ड्रॉपसर्विसिंग कार्य स्थान के संदर्भ में (flexibility) प्रदान करता है, और यह आपको इंटरनेट कनेक्शन के साथ कहीं से भी अपना बिजनेस मैनेज करने की अनुमति देता है।
- आप मजबूत ग्राहक संबंध बनाने, उनकी जरूरतों को समझने और असाधारण ग्राहक सेवा प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
ड्रॉप सर्विसिंग बिजनेस के नुकसान
- आउटसोर्स किए गए पेशेवरों द्वारा प्रदान किए गए कार्य की क्वालिटी सुनिश्चित करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। खराब क्वालिटी वाला काम आपकी प्रतिष्ठा(prestige) को नुकसान पहुंचा सकता है और ग्राहकों को असंतुष्ट कर सकता है।
- ग्राहकों और सेवा प्रदाताओं दोनों के साथ प्रभावी संचार आवश्यक है। गलत संचार से गलतफहमी और देरी हो सकती है।
- प्रतिस्पर्धी बने रहते हुए अपनी लागतों को कवर करने के लिए सही मूल्य निर्धारित करना मुश्किल हो सकता है, खासकर जब आप फ्रीलांसरों या एजेंसियों को भुगतान की जाने वाली फीस पर विचार करते हैं।
- आपका व्यवसाय सेवाएँ प्रदान करने के लिए फ्रीलांसरों या एजेंसियों पर निर्भर करता है। यदि वे समस्याओं का अनुभव करते हैं या अनुपलब्ध हो जाते हैं, तो यह ग्राहकों की मांगों को पूरा करने की आपकी क्षमता को प्रभावित कर सकता है।
- ड्रॉपसर्विसिंग बाजार प्रतिस्पर्धी हो सकता है, खासकर लोकप्रिय क्षेत्रों में। अलग दिखने और ग्राहक हासिल करने के लिए मजबूत मार्केटिंग स्ट्रेट्स्जी की आवश्यकता हो सकती है।
- संशोधनों(करेक्शन,सुधार कराना) और ग्राहकों की अपेक्षाओं को संभालना समय लेने वाला हो सकता है, खासकर जब आउटसोर्स प्रदाताओं के साथ परिवर्तनों का समन्वय करते समय।
आख़िरी शब्द (Conclusion)
इस लेख में आपने जाना कि Dropservicing क्या है? और कैसे आप ड्रॉप सर्विसिंग बिजनेस करके अच्छे पैसे कमा सकते हैं l लेकिन बिजनेस में कम्पटीशन काफ़ी है इसलिए आपको दूसरे लोगों से कुछ अलग और यूनीक करना होगा जिससे ज्यादा से ज्यादा कस्टमर आपसे जुड़े l बेहतर सर्विस प्रोवाइड करें और बिजनेस में सफ़लता प्राप्त करें l
आशा करते हैं कि आपको Dropservicing से संबंधित यह पूरी जानकारी पसंद आई होगी l दोस्तों लेख पसंद आया हो तो कमेंट् करके जरुर बताएं और इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं । यदि इससे संबंधित कोई सवाल पूछना हो तो कमेंट में जरूर पूछिए आपको उचित रूप से जवाब दिया जाएगा ।
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