Forbes की 2020 की रिपोर्ट के अनुसार, इंटरनेट पर लगभग 9 मिलियन (90 लाख) ऐप मौजूद थीं और यह नंबर प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है आज के समय में इस नंबर को आप 10 मिलियन के आस पास मान सकते हैं । इस जानकारी से पता चलता है कि ऐप्स की भूमिका और जरुरत कितनी अहम है और इन ऐप्स को बनाने, मेंटेन करने और बाकी के कामों के लिए ऐप डेवलपर चाहिए ।
हेलो दोस्तों स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग में, आज के लेख में आप जानने वाले हैं कि App Developer कौन होता है, कैसे बनते हैं तथा ऐप डेवलपर बनकर लाखों रुपए कैसे कमाएं ? सब कुछ जानेंगे डिटेल में एक रोडमैप के साथ 👇”App Developer बनकर एक लाख रुपए महीना कमाएं”
ऐप डेवलपमेंट क्या है ? ( What is App Development ?)
आपके स्मार्टफोन, टैबलेट, कंप्यूटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज जैसे विभिन्न उपकरणों पर चलने के लिए डिज़ाइन किए गए सॉफ़्टवेयर एप्लिकेशन बनाने की प्रक्रिया को ऐप डेवलपमेंट कहते हैं l जो व्यक्ति इस प्रकिया का इस्तेमाल करके ऐप्स बनाता है उसे ऐप डेवलपर कहते हैं l ये एप्लिकेशन, जिन्हें आमतौर पर ऐप के रूप में जाना जाता है, विशिष्ट कार्यों को करने या यूजर्स को कुछ फंक्शनैलिटी प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं ।
ऐप डेवलपर द्वारा टारगेटेड प्लेटफॉर्म के आधार पर मुख्य रूप से तीन प्रकार के ऐप डेवलपमेंट होते हैं चलिए जानते हैं
नेटिव ऐप डेवलपमेंट : नेटिव ऐप विशेष रूप से किसी विशेष प्लेटफ़ॉर्म के लिए बनाए जाते हैं जैसे कि iOS या Android । प्लेटफ़ॉर्म-स्पेसिफ़िक प्रोग्रामिंग भाषाओं और टूल का उपयोग करके। नेटिव ऐप डेवलपमेंट डेवलपर्स को प्लेटफ़ॉर्म के फीचर्स और क्षमताओं का पूरा लाभ उठाने की अनुमति देता है, जिससे हाई क्वालिटी, हाई परफोर्मेंस तथा अनुकूलित उपयोगकर्ता अनुभव (optimized user experience) ऐप्स प्राप्त होते हैं । हालाँकि, इसके लिए प्रत्येक प्लेटफ़ॉर्म के लिए अलग-अलग डेवलपमेंट एफर्ट्स की आवश्यकता होती है । निर्भर करता है कि ऐप डेवलपर ने कितने अच्छे प्रकार से प्लेटफॉर्म और अपनी स्किल का इस्तेमाल किया है ।
वेब ऐप डेवलपमेंट : वेब ऐप को वेब ब्राउज़र के माध्यम से एक्सेस किया जाता है और इसे किसी डिवाइस पर डाउनलोड या इंस्टॉल करने की आवश्यकता नहीं होती है । वे आमतौर पर HTML, CSS और JavaScript जैसी लैंग्वेजेस का उपयोग करके बनाईं जाती हैं । वेब ऐप्स प्लेटफ़ॉर्म-फ्री हैं अर्थात् यह गूगल, बिंग, सफ़ारी तथा ओपेरा मिनी जैसे प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होती हैं और इन्हें ब्राउज़र के साथ विभिन्न उपकरणों से एक्सेस किया जा सकता है । जैसे मोबाईल, लेपटॉप तथा कंप्यूटर ।
हाइब्रिड ऐप डेवलपमेंट : हाइब्रिड ऐप, नेटिव और वेब ऐप डेवलपमेंट दोनों के मिश्रण को कहते हैं । ये भी इसी प्रकार वेब भाषाओं का उपयोग करके बनाए जाते हैं और फिर एक नेटिव शेल में लपेटे जाते हैं जो उन्हें विभिन्न प्लेटफार्मों पर स्थापित करने और चलाने की अनुमति देता है । रिएक्ट नेटिव, आयोनिक, या ज़ामरीन जैसे हाइब्रिड ऐप फ्रेमवर्क डेवलपर्स को एक बार कोड लिखने और इसे कई प्लेटफॉर्म पर तैनात करने में सक्षम बनाते हैं। हाइब्रिड ऐप क्रॉस-प्लेटफ़ॉर्म compatibility, faster development time और कुछ डिवाइस सुविधाओं तक पहुंच प्रदान करते हैं ।
यह ध्यान देने योग्य बात है कि प्रत्येक प्रकार के ऐप डेवलपमेंट के भीतर, ऐप को अधिक कुशलतापूर्वक और प्रभावी ढंग से बनाने में डेवलपर्स की सहायता के लिए अलग-अलग फ्रेमवर्क, लाइब्रेरी और टूल की आवश्यकता होती है । डेवलपमेंट प्रकार का चुनाव target audience, budget, desired features, performance requirements और उपलब्ध डेवलपमेंट संसाधनों जैसे कारकों पर निर्भर करता है ।
App Developer कैसे बने ? (How To Become A App Developer?)
Image Source : FreePik
ऐप डेवलपर बनने के लिए आमतौर पर शिक्षा, ऐप डेवलपमेंट की शिक्षा प्राप्त करना आवश्यक है यदि आप अभी 12th में हैं तो आप 12th के बाद Btech में एडमिशन ले लें और CS (computer science) विषय को चुने यहां से आप सभी प्रकार की कॉडिंग लैंग्वेज तथा ऐप डेवलपमेंट आदि सब कुछ सीख जाएंगे और कॉलेज की तरफ़ से आपकी जॉब भी लग जाएगी ।
लेकिन अब बात करते हैं उनकी जो बीटेक नहीं कर सकते और उन्हें ऐप डेवलपर बनना है तो वो ऐप डेवलपर कैसे बनें चलिए जानते हैं – ऐप डेवलपर बनने के लिए आप निम्न स्टेप को फ़ोलो करना होगा 👇
प्रोग्रामिंग लैंग्वेज : ऐप डेवलपमेंट के लिए आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को सीखें । आईओएस डेवलपमेंट के लिए, आपको स्विफ्ट या ऑब्जेक्टिव-सी सीखना होगा । एंड्रॉइड डेवलपमेंट के लिए, आपकों Java व Cotlin को सीखना होगा । वेब ऐप डेवलपमेंट के लिए HTML, CSS और JavaScript जैसी कोडिंग लैंग्वेज का इस्तेमाल किया जाता है ।
इन्हे आप फ़्री में यूट्यूब से सीख सकते हैं ऐसे बहुत से चैनल हैं जो फ्री ऑफ कॉस्ट हाई क्वालिटी कॉन्टेंट प्रोवाइड कराते हैं जैसे Codewithharry, WSCubeTech आदि ।
मूलभूत ज्ञान : कंप्यूटर साइंस और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट के बेसिक से शुरुआत करें । एल्गोरिदम, डेटा स्ट्रक्चर, ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग और सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट प्रिंसिपल्स जैसे कॉन्सेप्ट्स को सीखें । इन मूलभूत सिद्धांतों को सीखने के लिए ऑनलाइन कोर्स, यूट्यूब वीडियो ट्यूटोरियल और बुक की सहायता लें ।
ऐप डेवलपमेंट कोर्स : विशेष रूप से ऐप डेवलपमेंट पर बनाएं गए ऑनलाइन कोर्स को एनरोल करें इनसे सीखें । बहुत से विश्वविद्यालय, कॉलेज और ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म मोबाइल ऐप डेवलपमेंट को कवर करने वाले कोर्स (with Certificate) और डिग्री प्रोग्राम प्रदान करते हैं । इन कोर्स को करने से आपको बहुत से लाभ प्राप्त होंगे जैसे आप कहीं जॉब के लिए जाएंगे तो आप अपने सर्टिफिकेट को दिखा सकतें हैं ।
अभ्यास तथा प्रोजेक्ट : जब आप कोर्स कर लें और आपकों कोडिंग लैंग्वेज का बेसिक ज्ञान हो जाए तब आपको छोटे ऐप प्रोजेक्ट पर काम करें इन पर अपनी नॉलेज एप्लाई को करें ।
सिंपल ऐप्स से प्रारंभ करें और धीरे-धीरे अधिक जटिल ऐप्स पर जाएं । वास्तविक दुनिया की प्रोजेक्टस का निर्माण करने से आपको hand-on experience प्राप्त करने और प्रोब्लम सोल्विग स्किल्स डेवलप करने में मदद मिलेगी । आप अनुभवी एंप्लॉयज या क्लाइंट को अपनी क्षमता का प्रदर्शन कराने के लिए अपने प्रोजेक्ट्स को पोर्टफोलियो में या गिटहब जैसे प्लेटफॉर्म पर शोकेस करें ।
ऐप डेवलपमेंट कम्युनिटीज : ऐप डेवलपमेंट कम्युनिटीज और धीरे धीरे ऑनलाइन ग्रुप्स के साथ जुड़ना बहुत आवश्यक है जब तक कम्युनिटी के साथ नहीं जुड़ेंगे तब तक आपकों फील्ड के बारे में जानकारी प्राप्त नहीं होगी । इसके लिए आप लिंकडिन, फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करे और ऐप डेवलपर्स की कम्अयुनिटी में जुड़ें ।
अन्य डेवलपर्स के साथ नेटवर्किंग मूल्यवान इनसाइट्स, सलाह और सहयोग के अवसर प्रदान करती है । चर्चाओं में भाग लेने और डेवलपर मीटअप या सम्मेलनों में भाग लेने से आपकी शिक्षा में वृद्धि होगी और आप नए ट्रैन्ड्स और टेक्नोलोजी से अप टू डेट रहेंगे ।
अपडेट तथा लर्निंग : ऐप डेवलपमेंट का क्षेत्र लगातार बड़ा और डेवलप हो रहा है, जिसमें नई तकनीकें और रूपरेखाएँ उभर रही हैं । नवीनतम प्रगति, उद्योग के ट्रेंड्स और best practices के साथ अपडेट रहें । अपने स्किल सेट का विस्तार करने और बदलती आवश्यकताओं के अनुकूल होने के लिए लगातार नए टूल, लाइब्रेरी और फ्रेमवर्क सीखें और एक्सप्लोर करते रहें ।
प्रॉफ़ेशनल पोर्टफोलियो : जैसा कि आप अनुभव प्राप्त करते हैं और प्रोजेक्टस को पूरा करते हैं, अपना काम दिखाने के लिए एक पोर्टफोलियो बनाएं । आपके द्वारा डेवलप किए गए ऐप्स, आपके द्वारा उपयोग की जाने वाली लैंग्वेज, टूल्स और आपके द्वारा सामना की गई किसी भी अनूठी विशेषताओं या चुनौतियों का विवरण शामिल करें । एक पोर्टफोलियो आपके स्किल के एविडेंस के रूप में काम करेगा है और नौकरियों या freelancing projects के लिए आवेदन करते समय आपको अलग दिखने में मदद करेगा ।
प्रैक्टिकल एक्सपिरियन्स : ऐप डेवलपमेंट के फील्ड में प्रैक्टिकल अनुभव हासिल करने के लिए आप किसी कम्पनी में इंटर्नशिप, एंट्री-लेवल पोजीशन या फ्रीलांस अवसरों की तलाश करें और इंटर्नशिप करें इससे आपको प्रेक्टिकल ज्ञान प्राप्त होगा ।
प्रैक्टिकल अनुभव, इंडस्ट्री में मूल्यवान इनसाइट्स प्रदान करता है, आपको वास्तविक दुनिया की चुनौतियों से अवगत कराता है, और आपकी स्किल और मार्केटिंग क्षमता को बढ़ाता है ।
स्किल का अभ्यास : ऐप डेवलपमेंट लगातार सीखने की प्रक्रिया है । अभ्यास करते रहें, नए प्रोजेक्टस के साथ प्रयोग करें और अपने स्किल को निखारें । जिज्ञासु बने रहें, नए टूल्स का इस्तेमाल करते रहें जैसे ChatGPT और अपने एक्सपिरियन्स और गलतियों से सीखने के लिए खुले रहें ।
इन सभी स्टेप को फ़ोलो करके आप एक अच्छे ऐप डेवलपर बन सकते हैं । लेकिन याद रखें, एक एक्सपर्ट ऐप डेवलपर बनने में समय और समर्पण (dedication) लगता है । यह निरंतर सीखने और सुधार की यात्रा है । ज्ञान प्राप्त करके, प्रोजेक्टस का निर्माण करके, और ऐप डेवलपमेंट कम्यूनिटी के साथ जुड़े रहकर, आप अपनी स्किल को बढ़ा सकते हैं और इस क्षेत्र में एक्सीलेंट लेवल की सफलता प्राप्त कर सकते हैं ।
App Developer बनकर पैसे कैसे कमाएं ?
ऐप डेवलपर बनकर पैसे कमाने के बहुत से तरीके हैं चलिए जानते हैं 👇
Freelancing – Upwork, Freelancer, या Fiverr जैसे प्लेटफॉर्म पर फ्रीलांस ऐप डेवलपर के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान करें । आप क्लाइंट्स के साथ शोर्ट टर्म प्रोजेक्टस पर काम कर सकते हैं और अपनी सेवाओं के लिए एक घंटे की दर या एक निश्चित फिक्स्ड प्राइज ले सकते हैं । ग्राहकों को आकर्षित करने और अधिक प्रोजेक्ट्स को सुरक्षित करने के लिए एक अट्रैक्टिव पोर्टफोलियो बनाएं और पॉजीटिव रिव्यु एकत्र करें ।
अधिक जानकारी के लिए “Full Roadmap of Freelancing” को पढ़े ।
Create and Sell Your Own Apps – अपने खुद के ऐप्स डेवलप करें और उन्हें Google Play Store या Apple App Store जैसे ऐप स्टोर पर रिलीज़ करें । आप अपने ऐप्स के द्वारा विभिन्न तरीकों से कमाई कर सकते हैं, जैसे उन्हें पेड ऐप्स के रूप में बेचना, इन-ऐप खरीदारी या सब्सक्रिप्शन, या ऐप के भीतर एडवर्टाइज़मेन्ट करना । यदि आपको ऐप की किसी विषेश समस्या को हल करना आता है तो आप इसके द्वारा भी अच्छे पैसे कमा सकते हैं ।
Contract Work for Businesses – उन बिजनेस या स्टार्टअप्स से संपर्क करें जिन्हें कस्टम ऐप डेवलपमेंट की आवश्यकता होती है और आपकी सेवाओं की पेशकश करते हैं । कई व्यवसाय अपने संचालन को बढ़ाने, अपने टार्गेट ऑडियन्स तक पहुँचने, या अपने ग्राहकों को अतिरिक्त वैल्यू प्रदान करने के लिए मोबाइल ऐप बनाने की सोच रखते हैं । ऐप डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स पर बिजनेस के साथ सहयोग करके, आप कॉन्ट्रैक्ट्स या प्रोजेक्ट-आधारित कार्य के माध्यम से पैसा कमा सकते हैं ।
Develop Apps for Clients – सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट कंपनियों, एजेंसियों या स्टूडियो के लिए ऐप डेवलपर के रूप में काम करें (उन्हें ऐसे लोगों की बहुत आवश्यकता होती है जो ऐप डेवलपमेंट में एक्सपर्ट हों) । इन कंपनियों के पास अक्सर विभिन्न क्लाइंट्स के लिए ऐप डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स की एक स्थिर धारा होती है । ऐसी आर्गेनाइजेशन में शामिल होकर, आप विविध प्रोजेक्ट्स पर काम कर सकते हैं और अपने रोजगार समझौते के आधार पर रेगुलर इनकम अर्जित कर सकते हैं ।
या शैक्षिक संस्थानों या नोन प्रोफ़िट ऑर्गनाइजेशन को सीखने, कम्युनिकेशन, या फंड इकठ्ठा करने की सुविधा के लिए अक्सर मोबाइल ऐप्स की आवश्यकता होती है । तो आप इन संगठनों से संपर्क करें और उनकी विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुरूप अपनी ऐप डेवलपमेंट सेवाओं को ऑफर करें । ये प्रोजेक्टस हमेशा अत्यधिक आकर्षक नहीं हो सकते हैं, लेकिन वे पूर्ति की भावना प्रदान कर सकती हैं और एक महान कारण में योगदान दे सकते हैं ।
Offer App Development Consultancy – ऐप डेवलपमेंट में अपनी एक्सपर्टिज के साथ, आप अपने स्वयं के ऐप विकसित करने में मार्गदर्शन चाहने वाले व्यक्तियों या व्यवसायों को कंसल्ट सर्विस प्रदान कर सकते हैं । इसमें ऐप रणनीति, प्रौद्योगिकी विकल्पों, उपयोगकर्ता अनुभव पर सलाह देना या मौजूदा ऐप परियोजनाओं पर प्रतिक्रिया प्रदान करना शामिल हो सकता है। कंसल्टेंसी सेवाओं को घंटे के आधार पर या विशिष्ट डिलिवरेबल्स के लिए एक निश्चित शुल्क के रूप में चार्ज किया जा सकता है ।
Create and Sell App Templates or Components – री-यूजेब्ल ऐप टेम्प्लेट या कंपोनेंट डेवलप करें जिन्हें अन्य ऐप डेवलपर्स द्वारा कस्टमाइज और उपयोग किया जा सके । आप इन टेम्प्लेट या कोम्पोनेन्ट्स को कोडकैन्यन या गिटहब जैसे प्लेटफॉर्म पर बेच सकते हैं, एक बार की खरीदारी या लाइसेंस फ़ीस के माध्यम से सिक्स फिगर इनकम बना सकते हैं ।
Offer App Maintenance and Support – एक बार, ऐप डेवलप और तैनात हो जाने के बाद, मेंटिनेंस, बग फिक्स और अपडेट की लगातार आवश्यकता होती है । क्लाइंट्स या ऐप ऑनर्स को ऐप मेंटिनेंस और सपोर्ट सर्विस प्रदान करें । इसमें टेक्निकल इशु को संबोधित करना, नए ऑपरेटिंग सिस्टम वर्जन के साथ संगतता सुनिश्चित करना और फीचर एन्हांसमेंट्स को लागू करना शामिल है । आप इन सेवाओं को प्रदान करने के लिए मंथली फिक्स्ड रेट या प्रति घंटा की दर से शुल्क ले सकते हैं ।
इस प्रकार आप एक App developer बनने के बाद कई तरीके से पैसे कमा सकते हैं और आगे इसकी लिमिट नहीं है आप लाखों, करोड़ों तक कमा सकते हैं l याद रखें कि एक रेपुटेशन बनाना, एक पोर्टफोलियो के माध्यम से अपने स्किल का प्रदर्शन करना, और अपने ज्ञान को लगातार अपडेट करना ग्राहकों को आकर्षित करना यह सब महत्वपूर्ण बातें हैं ऐप डेवलपर के रूप में पैसा कमाने के लिए । नेटवर्किंग, अपनी सर्विस मार्केटिंग, और इंडस्ट्री ट्रैन्ड्स को बनाए रखने से भी क्षेत्र में आपकी सफलता में योगदान मिलेगा ।
आख़िरी शब्द (Conclusion)
आशा करते हैं कि आपको ऐप डेवलपमेंट से संबंधित यह जानकारी पसंद आई होगी l दोस्तों लेख पसंद आया हो तो कमेंट् करके जरुर बताएं, और इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं । यदि इससे संबंधित कोई सवाल पूछना हो तो कमेंट में जरूर पूछिए हम आपको अवश्य जवाब देगें ।