भारतवर्ष अपनी परंपरा, धार्मिक संस्कृति, शिल्पकला के लिए मशहूर है, जहां शिल्प एवं हस्तकला के कुशल कारीगर है। जिनके पास अपने पुरखों की हुई कला का ज्ञान है लेकिन बदलते समय के साथ उनकी कला और उत्पाद एक सीमित क्षेत्र से आगे नहीं बढ़ पा रही।
भारत सरकार द्वारा ऐसे कुशल कारीगरों के हित में एक लाभकारी योजना चलाई जा रही है जिसका नाम है “प्रधानमंत्री स्फूर्ति योजना” इस योजना के माध्यम से सरकार देश के कुशल कारीगरों को स्वयं का पारंपरिक उद्योग स्थापित करने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है। आइए जानते हैं कैसे भारत सरकार उद्योग/व्यवसाय स्थापित करने में आपकी मदद करेगी?
प्रधानमंत्री स्फूर्ति योजना क्या है?
प्रधानमंत्री स्फूर्ति योजना केंद्र सरकार द्वारा संचालित एक महत्त्वाकांक्षी योजना है जिसका उद्देश्य पारंपरिक उद्योगों को फुर्ती देना अर्थात् उन्हें आगे बढ़ाने के लिए कारीगरों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है।
इस योजना के शुरूआती समय में यह सभी नागरिकों तक नहीं पहुंच सकी लेकिन योजना के तहत वे उद्योग शामिल हैं जो पीढ़ी दर पीढ़ी चलते आ रहे हैं, जैसे कि हस्तशिल्प, बांस के सामान बनाना, खादी का कपड़ा बनाना, आदि। सभी उद्योग की सूची आगे आप देखेंगे।
योजना का नाम | प्रधानमंत्री स्फूर्ति योजना (पारंपरिक उद्योगों के उत्थान के लिए निधि योजना) |
आरंभ वर्ष | 2005 |
जारीकर्ता | सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (भारत सरकार) |
उद्देश्य | देश के पारंपरिक उद्योगों को फिर से मजबूत बनाना |
लाभार्थी | पारंपरिक कारीगर |
Official Website | https://kviconline-gov-in/sfurti/. https://sfurti.msme.gov.in/SFURTI |
More info. | www-myscheme-gov-in |
Helpline No. | 011-23062354 |
Contact Email | smrani@nic.in avinash.ak@nic.in |
प्रधानमंत्री स्फूर्ति योजना के फ़ायदे
- इस योजना के तहत पारंपरिक कारीगरों को प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि वे अपने उत्पादों की गुणवत्ता बढ़ा सकें और नए डिजाइन बना सकें।
- कारीगरों के बनाए उत्पादों को बेचने के लिए नए बाजार खोजे जाते हैं, जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म या बड़े स्टोर।
- पारंपरिक तरीकों के साथ-साथ आधुनिक तकनीक का भी इस्तेमाल करके उत्पादन को बढ़ाया जाता है।
- कारीगरों को लोन/अनुदान के रूप में वित्तीय मदद दी जाती है ताकि वे अपने काम को आगे बढ़ा सकें।
- इस योजना से हमारे देश के पारंपरिक उद्योग फिर से पनपेंगे, जिससे लाखों लोगों के लिए रोजगार के अवसर खुलेंगे, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में।
- इस योजना के माध्यम से पारंपरिक उद्योगों को बढ़ावा देने से हमारी भारतीय संस्कृति और विरासत को भी संरक्षित होगी।
- पारंपरिक उद्योगों के विकसित होने से देश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी।
कारीगरों की संख्या | उद्योग, क्लस्टर | आर्थिक सहायता |
---|---|---|
1000-2500 | पुराने उद्योग समूह और हैरिटेज क्लस्टर | ₹8 करोड़ रुपये |
500-1000 | क्लस्टर या संस्थान | ₹3 करोड़ रुपये |
500 या कम | मिनी क्लस्टर या छोटे संस्थान | ₹1 करोड़ रूपये |
स्फूर्ति योजना के अन्तर्गत आने वाले उद्योग
- सूती वस्त्र उद्योग
- मधुमक्खी पालन
- बढ़ईगिरी व लकड़ी का कार्य
- धातु और मिट्टी के बर्तनों का निर्माण
- सींग व हड्डी से जुड़ा कार्य
- पारंपरिक आभूषण
- केन और बांस उद्योग
- आयुर्वेद
- रिवर शैल बटन और लाख
- हाथ से बुने कालीन
- पॉटरी उद्योग (मिट्टी के बटन)
- फल एवं सब्जी प्रसंस्करण
- लोहार और कृषि उपकरण
- स्टील व लकड़ी के फर्नीचर
- खादी वस्त्र उद्योग
- रेशमी वस्त्र व रेशन का कीड़ा पालन उद्योग
- ऊन उत्पादन और ऊनी वस्त्र निर्माण उद्योग
- खाद्य प्रसंस्करण एवं स्वास्थ्य पेय उद्योग
- हस्त निर्मित कागज और रेशा उद्योग
- अगरबत्ती, धूप बत्ती और हवन सामग्री
प्रधानमंत्री स्फूर्ति योजना में आवेदन हेतु पात्रता एवं जरूरी दस्तावेज
पात्रता मापदंड
प्रधानमंत्री स्फूर्ति योजना के अन्तर्गत कोई विशेष पात्रता मापदण्ड की सूचना नहीं मिल पाई है, यदि कोई भारतवासी कारीगर वर्तमान में पारंपरिक उद्योग से संबंधत रखता हो या स्वयं का पारंपरिक उद्योग स्थापित करना चाहते हैं ऐसे सभी व्यक्ति आवेदन कर सकते हैं। इसके आलावा आपके पास आवश्यक दस्तावेज होने चाहिए जैसे आधार कार्ड जिसमें नंबर लिंक हो।
Beneficiary institution of SFURTI Scheme
- कॉर्पोरेट्स और कॉर्पोरेट रेस्पोंसिबिलिटी (CSR) फाउंडेशन
- राज्य और केंद्र सरकारों के फील्ड अधिकारी
- केंद्र और राज्य सरकारों के अर्ध-सरकारी संस्थान और संस्थान
- गैर-सरकारी संगठन (NGO)
- पंचायती राज संस्थान (PRIs)
- क्लस्टर विशिष्ट निजी क्षेत्र (SPV)
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- आवास प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- पारंपरिक उद्योग
- बैंक खाता विवरण
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज़ फ़ोटो
पीएम स्फूर्ति योजना में आवेदन कैसे करें?
- सबसे पहले स्फूर्ति योजना के ऑफिशियल पोर्टल पर जाएं https://sfurti.msme.gov.in/
- होम पेज पर सबसे नीचे Sign Up for New Proposal के विकल्प पर क्लिक करें।
- अब एजेंसी टाइप एवं संस्था कैटेगरी चुनें तथा यूनीक आईडी नम्बर, पेन नंबर दर्ज करके validate पर क्लिक करें।
- इसके बाद Registration Form भरें, इसमें आपको यूजर नेम, ईमेल एड्रेस, पिनकोड, राज्य, जिला, पासवर्ड, मोबाइल नंबर, वेरिफिकेशन कोड, कैप्चा कोड आदि जानकारी दर्ज करनी होगी।
- अब Submit बटन पर क्लिक करें, रजिस्ट्रेशन होने के पश्चात् यहां साइन इन करें।
- लॉगिन करने के बाद आपको Cluster Type सिलेक्ट करना होगा।
- अब डैशबोर्ड पर Download Proposal Concept पर क्लिक करके प्रपोजल डाउनलोड करें।
- इस प्रपोजल को प्रिंट कराकर अच्छे से आवश्यक जानकारी दर्ज करें।
- Score Card के विकल्प पर क्लिक करें, यहां Concept Note के बटन पर क्लिक करके प्रपोजल भरकर अपलोड करें।
- Sectoral Experience and Exposure के सेक्शन में अपने कार्य अनुभव का प्रमाण हो तो यहां अपलोड करें।
- Financial Capacity of iA के सेक्शनमें अपनी वित्तीय क्षमता और Project concept के सेक्शन में अपने उद्योग/व्यवसाय के प्रॉजेक्ट की जानकारी दर्ज करें।
- इस प्रकार आप आसानी आवेदन कर सकते हैं। लेकिन यह भी ध्यान रखें कुछ समय से ऑनलाइन पोर्टल कार्य नहीं कर रहा है, इसलिए चालू होने पर आप आवेदन कर सकते हैं।
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अंतिम शब्द
आज के समय में ऐसा मौका बार-बार नहीं मिलता, यदि आपके पास अपने पूर्वजों की कला, पारंपरिक उद्योग है तो इसे आगे बढ़ाने का यह सुनहरा अवसर है जिसके माध्यम से आप अपने भविष्य को उज्जवल बना सकते जल