Mahila Samridhi Yojana (SMY) : आज के समय में भारत सरकार द्वारा पुरुषों के लिए कई महत्त्वाकांक्षी योजनाएं चलाई जा रही है ताकि वे सशक्त बनाकर देश के विकास में योगदान दें। लेकिन वहीं गरीब वर्ग महिलाएं जिनके पास हुनर है वह अन्य लोगों के लिए मजदूरी करने के कारण, आगे नहीं बढ़ पाती।
भारत सरकार द्वारा महिलाओं के हित में शुरू की गई “महिला समृद्धि योजना” के माध्यम से महिलाओं को स्वयं का व्यवसाय शुरू करके अपनी एक पहचान बनाने का अवसर प्रदान किया है, जिसके अन्तर्गत अब तक 1.42 लाख से अधिक महिलाओं को लाभ लिया है। आइए जानते हैं इस महत्त्वपूर्ण योजना से जुड़े सभी तथ्यों के बारे में –
महिला समृद्धि योजना क्या है?
महिला समृद्धि योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका मुख्य उद्देश्य असंगठित क्षेत्र में काम करने वाली गरीब वर्ग की महिलाओं को वित्तीय और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना है। इस योजना के तहत विशेष रूप से सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं को लक्षित किया जाएगा।
योजना का नाम | महिला समृद्धि योजना |
आरंभ तिथि | 2 अक्टूबर, 1993 |
मंत्रालय | सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय |
उद्देश्य | ग्रामीण क्षेत्रों और वंचित वर्गों की महिलाओं को उद्यमशीलता के लिए प्रोत्साहित करना |
लाभार्थी | असंगठित क्षेत्र में कार्य करने वाली महिलाएं |
लाभ | परियोजना लागत का 90% तक ऋण, रोजगार सृजन, आर्थिक स्वतंत्रता |
Official Website | https://nsfdc.nic.in/ https://nskfdc.nic.in/hi |
Helpline No. | +91-11-22054391 |
महिला समृद्धि योजना की मुख्य विशेषताएं
- माइक्रोफाइनेंस – इस योजना के तहत महिला उद्यमियों को मासूक्ष्म वित्त-पोषण (इक्रोफाइनेंस) उपलब्ध कराया जाता है। जिससे वह अपने छोटे-मोटे व्यवसाय शुरू कर सकती हैं या मौजूदा व्यवसाय को बढ़ा सकती हैं।
- रियायती ब्याज दर – MSY के अंर्तगत महिलाओं को मिलने वाले ऋण पर ब्याज दर बहुत कम लगती है, जिससे वह आसानी से ऋण चुका सकती हैं।
- गारंटर की आवश्यकता नहीं – महिलाओं को ऋण लेने के लिए किसी गारंटर की आवश्यकता नहीं होती अर्थात् उन्हें कोई कीमती वस्तु, गहनें गिरवी रखने की जरूरत नहीं होगी।
- सहज पुनर्भुगतान शर्तें – ऋण चुकाने की अवधि लचीली होती है, जिससे महिलाएं अपनी सुविधानुसार ऋण चुका सकती हैं।
महिला समृद्धि योजना के लाभ
- महिला समृद्धि योजना के तहत विशेस रुप से पिछड़े एवं गरीब वर्ग की महिला उद्यमियों को प्राथमिकता दी जाएगी।
- इस योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने में मदद मिलेगी।
- इस योजना के सफ़ल कार्यान्वयन से महिलाओं की सामाजिक स्थिति में सुधार होगा और समाज में एक सम्मानजनक स्थान मिलेगा।
- इस योजना का लाभ लेकर महिलाएं अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकती हैं।
- इस योजना के तहत महिलाएं मुफ़्त में कौशल विकास प्रशिक्षण भी प्राप्त कर सकती हैं, ताकि वह अपने व्यवसाय को बेहतर ढंग से चला सकें।
- पीएम दक्ष योजना के अंतर्गत कौशल विकास प्रशिक्षण दिशा-निर्देश (Guidelines) हेतु इस लिंक पर क्लिक करें – Click Here
- पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत सरकार द्वारा व्यवसाय संबंधी टूलकिट प्राप्त कर सकती हैं, जिससे उनकी परियोजना लागत के लिए अधिक ऋण लेने की जरूरत नहीं होगी।
कितना ऋण मिलता है? | ₹1,40,000 रुपए /- |
ब्याज दर | 1% से 4% |
ऋण चुकाने की अवधि | त्रैमासिक किश्तों में साढ़े तीन वर्ष के भीतर |
महिला समृद्धि योजना में आवेदन हेतु पात्रता एवं जरूरी दस्तावेज
पात्रता मानदंड (Eligibility Criteria)
- महिला समृद्धि योजना के लिए केवल महिला उद्यमी ही पात्र होगी।
- मुख्य रूप से असंगठित क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं को इस योजना का लाभ मिलेगा।
- इस योजना का लाभ विशेष रूप से सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं को दिया जाता है।
- आवेदक महिला की आयु न्यूनतम 18 वर्ष और अधिकतम 55 वर्ष होनी चाहिए
- अनुसूचित जाति (SC) के सभी व्यक्ति इस योजना के पात्र होंगे।
- जिन परिवारों की आय 3 लाख से कम है वह योजना का लाभ ले सकते हैं।
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- बैंक खाता विवरण
- अन्य दस्तावेज
किन परियोजनाओं के लिए लोन मिलेगा?
- ईंट निर्माण
- रेडिमेट परिधान निर्माण
- हथकरघा/मशीनी करघा
- हस्तशिल्प बनाना
- चांदी के आभूषण बनाना
- बेकरी
- बांस का फर्नीचर बनाना
- बैटरी बनाना
- साइकिल मरम्मत की दुकान
- साइकिल सीट कवर बनाना
- बायोगैस प्लांट
- मोमबत्ती निर्माण
- कार अपहॉलस्ट्री एवं सीट बनाना
- सीमेंट के ठोस ब्लॉक बनाना
- कॉयर उद्योग
- कालीन निर्माण
- तांबे के बर्तन बनाना
- अभ्यास पुस्तिकाएं एवं रजिस्टर बनाना
- अदरक एवं हल्दी प्रसंस्करण
- ग्रेनाइट टाइलें
- हस्तनिर्मित कागज़
- आभूषणों पर पॉलिश करना
- पत्थर पीसना
- सुपारी बनाना
- प्रिंटिंग प्रेस
- फर्नीचर बनाना
- आटा चक्की
- सॉफ्ट टॉय (खिलौने) बनाना
- कढ़ाई/बुनाई/ऊनी वस्त्र/शॉल बनाना
- जूट के कपड़े/बैग
- चमड़े के परिधान एवं रेक्सीन की वस्तुएं
- चूना भट्टी
- प्लास्टिक बैग बनाना
- मृत्तिकाशिल्प पाउच बनाना
- मशीनी करघा
- झींगा पालन
- रबड़ उद्योग
- जूता/चप्पल बनाना
- फाइबर ग्लास बनाना
- मिनरल वाटर बॉटलिंग प्लांट
- तेल मिल
- आरा मिल आदि
महिला समृद्धि योजना में ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
- यदि आप महिला समृद्धि योजना के तहत ऋण लेना चाहते हैं, इसके लिए आपको सबसे पहले आपको NSKFDC के ऑनलाइन पोर्टल पर जाना होगा।
- इस लिंक के माध्यम से आप सीधे लोन एप्लीकेशन के पेज पर पहुंच जाएंगे।
- यहां आपको अपनी पर्सनल जानकारी दर्ज करनी होगी, जैसे नाम, पिता/पति का नाम, राज्य आधार संख्या, ईमेल, फोन, पता आदि।
- इसी प्रकार अन्य जानकारी दर्ज करते हुए आगे बढ़ें, ऋण योजना में महिला समृद्धि योजना को चुनें।
- अब कैप्चा कोड दर्ज करके Save के बटन पर क्लिक करें।
इस योजना के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया राज्य सरकार के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। अधिक जानकारी के लिए आप अपने निकटतम बैंक या सरकारी कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।
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जरूरी शब्द
यदि आप एक महिला हैं और आप के पास किसी क्षेत्र से संबंधित अच्छा ज्ञान, अनुभव हैं तो इस योजना में आवेदन करके आप स्वयं का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं और समाज में सम्मानजनक स्थान प्राप्त कर सकते हैं। ऐसी ही उपयोगी जानकारी प्राप्त करने के लिए आप अर्निंग एक्स वेबसाइट को फॉलो कर सकते हैं।