#53 Passive income idea – By Team X  

आज के समय में हर शख़्स अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए मेहनत कर रहा है चाहे वह काम उसे पसंद हो या न हो, लेकिन एक निश्चित समय के बाद कार्य क्षमता कम हो सकती है और आवश्यकताएं भी बढ़ सकती हैं, इसके लिए आपको एक्स्ट्रा इनकम सोर्स बनाने की आवश्यकता होगी ।

जिससे आपको काम ना करते हुए भी या बहुत कम समय देकर नियमित इनकम प्राप्त हो और छोटी बड़ी जरूरतों को पूरा करने के लिए अच्छी इनकम के साथ स्वतंत्रता भी मिले ताकि आप अपनी फैमली के साथ कुछ अच्छी यादें बना सकें ।

यहां आप जानेंगे टीम एक्स द्वारा पैसा कमाने के अद्भूत पैसिव आइडिया, जिन पर काम करके आप पैसिव इनकम उत्पन्न कर सकते हैं, चलिए जानते हैं आसान शब्दों में

Passive income idea

आज का अद्भुत पैसिव इनकम आइडिया है – डिविडेंड स्टॉक में निवेश करना, आज के समय में बड़ी संख्या में लोग पैसिव इनकम के लिए डिविडेंड स्टॉक में निवेश करना पसंद करते हैं क्योंकि लोग इससे अच्छा प्रॉफिट अर्जित कर रहे हैं ।

डिविडेंड स्टॉक क्या है – ये ऐसे शेयर होते हैं जिन्हें खरीदने वाला व्यक्ति नियमित रूप से डिविडेंड प्राप्त करता है और डिवीडेंड किसी कंपनी का लाभांश होता है जो कंपनी द्वारा उनके शेयरधारकों को दिया जाता है ।

यह कैसे काम करता है – जब आप डिविडेंड प्रदान करने वाली कंपनियों के शेयर (डिविडेंड स्टॉक) खरीदते हैं, आप उस कंपनी के कुछ हिस्से के मालिक (पार्टनर) बन जाते हैं और जब वह कंपनी अच्छा प्रॉफिट कमाती है तो अपने शेयरधारकों को तिमाही या साल में प्रॉफिट का कुछ हिस्सा (डिविडेंड) मिलता है ।

यह सब गतिविधि शेयर मार्केट के अंतर्गत होती हैं, जहां कंपनियां के शेयर ख़रीद और बेच सकते हैं । आइए समझते हैं कैसे आप डिविडेंड में निवेश करके पैसिव इनकम उत्पन्न कर सकते हैं ?

डिविडेंड स्टॉक में निवेश करके शुरू करें, पैसिव इनकम

डिविडेंड स्टॉक में निवेश करके लंबे समय के लिए अच्छा पैसा बनाना कोई आसान काम नहीं होगा अगर आप इस क्षेत्र में नए हैं या ज्यादा अवगत नहीं हैं, शेयर मार्केट के बुनियादी नियमों और निवेश की तकनीकों के बारे में सीखने की आवश्यकता होगी ।

डिविडेंड स्टॉक्स खरीदने और पैसिव इनकम अर्जित करने के लिए, आपको कुछ सरल चरणों का पालन करना की आवश्यकता होगी, चलिए जानते हैं स्टेप बाय स्टेप

Step 1

डिविडेंड स्टॉक में निवेश करने के लिए आपको डिमैट एकाउंट और ट्रेडिंग एकाउंट की आवश्यकता होगी, डिमैट अकाउंट द्वारा आपके शेयर इलेक्ट्रॉनिक रूप में सुरक्षित रहते हैं और ट्रेडिंग अकाउंट द्वारा आप शेयर खरीद और बेच सकते हैं ।

यह एकाउंट्स आप किसी भी स्टॉक ब्रोकर के माध्यम से ओपन कर सकते हैं, आज के समय में भारत में बहुत से स्टॉक ब्रोकर प्लेटफॉर्म हैं जैसे Zerodha, Upstox, Angel One और Groww आदि, जब आप किसी स्टॉक ब्रोकर के जरिए इन्वेस्ट करने के लिए अपना एकाउंट ओपन करते हैं तो वह डिमैट और ट्रेडिंग दोनों एकाउंट ओपन करता है ।

Step 2

मार्केट रिसर्च – डिविडेंड द्वारा पैसिव इनकम अर्जित करने के लिए आपको अच्छे डिविडेंड स्टॉक का चयन करना होगा, यह सबसे महत्त्वपूर्ण काम है यदि अगर आप किसी ऐसी कंपनी में निवेश करते हैं जो लॉस में जा रही है इससे आपका भी लॉस होगा ।

इसलिए डिविडेंड स्टॉक्स चुनते समय आपको ऐसी कंपनियों की तलाश करनी होगी जो अब से पहले लगातार अच्छा डिविडेंड देती आ रही हैं और उनकी फाइनेंशियल कंडीशन मजबूत है ।

इसके लिए आपको अच्छी तरह रिसर्च करने की आवश्यकता होगी, कई अलग-अलग क्षेत्र की कंपनियों के डिविडेंड यील्ड और पिछले डिविडेंड रिकॉर्ड पर रिसर्च करें, डिविडेंड यील्ड द्वारा आप पता लगा सकते हैं कि निवेश पर कितना रिटर्न मिल रहा है ।

वैसे न्यूज़ साइट और यूट्यूबर अक्सर अच्छे प्रॉफिट देने वाले डिविडेंड स्टॉक के बारे में जानकारी देते हैं जिनका आप लाभ उठा सकते हैं और ख़ुद भी अच्छे डिविडेंड स्टॉक खोजना सीख सकते हैं ।

Step 3

अब आप कुछ अच्छे डिविडेंड स्टॉक चुनकर अपने ट्रेडिंग खाते के माध्यम से डिविडेंड स्टॉक्स खरीद सकते हैं या SIP (Systematic Investment Plan) के माध्यम से धीरे-धीरे निवेश कर सकते हैं । लेकिन स्टॉक खरीदते समय, स्टॉक्स की कीमत और मार्केट की स्थिति पर ध्यान देना जरूरी है ताकि आप सही समय पर निवेश कर सकें ।

इसके लिए आपको किसी भी कंपनी की चार महत्त्वपूर्ण डेट को ध्यान में रखना चाहिए, “डिवीडेंड डिक्लेरेशन डेट” जिससे पता चलता है कंपनी शेयरधारकों को कब और कितना डिविडेंड देगी, “रिकॉर्ड डेट” इस डेट में कंपनी उन लोगों को चुनती हैं जिन्हें वह डिविडेंड देगी ।

“एक्स डिविडेंड डेट” यह रिकॉर्ड डेट से दो दिन पहले सेट की जाती है, इस डेट से पहले आपको किसी कंपनी शेयर खरीदना चाहिए क्योंकि जब आप कोई शेयर खरीदते हैं वह आपको T+2 Day के बाद प्राप्त होता है अर्थात् जिस दिन आप शेयर खरीदते हैं उसके दो ट्रेडिंग दिन बाद वह आपको मिलता है । अगर आप इस डेट के बाद शेयर खरीदते हैं तो आप कंपनी के रिकॉर्ड में शामिल नहीं हो पाएंगे ।

“डिविडेंड पेमेंट डेट” यह आखिरी डेट है जिसमें शेयरहोल्डर्स को उनका डिविडेंड मिल जाता है और साथ ही कंपनी यह भी बताती है कि यह इंटरिम डिविडेंड है या फाइनल डिविडेंड,

इंटरिम डिविडेंड, कंपनी अच्छा प्रॉफिट अर्न करने पर वित्तीय वर्ष के बीच में (साल खत्म होने से पहले) अपने शेयरहोल्डर्स को देती है और फाइनल डिविडेंड, कंपनी पूरे साल के प्रॉफिट और वित्तीय स्थिति का हिसाब लगाकर साल भर का फाइनल डिविडेंड देती है ।

Step 4

Reinvest – जब आपको अच्छा फाइनल डिविडेंड मिले, इसे आप नए स्टॉक्स खरीदने में निवेश कर सकते हैं, इससे आपके शेयरों की संख्या बढ़ेगी और अगली बार आपको और अधिक डिविडेंड प्राप्त होगा ।

कई ब्रोकर डिविडेंड रीइनवेस्टमेंट प्लान (DRIP) की सुविधा भी प्रदान करते हैं, जिससे ऑटोमैटिकली नए शेयरों में आपका डिविडेंड निवेश हो जाता है ।

इस तरह आपको डिविडेंड स्टॉक में निवेश करने पर कंपनियों द्वारा हर तिमाही, छमाही या सालाना आधार पर डिविडेंड दिया जाता है लेकिन इसमें समय लगता है इसलिए आपको लंबे समय के लिए निवेश को बनाए रखना होगा, इससे न केवल डिविडेंड इनकम बढ़ेगी, बल्कि आपके शेयरों का मूल्य भी समय के साथ बढ़ता रहेगा ।

उदाहरण से समझें – अगर आपने एक कंपनी के 100 शेयर खरीदे, और कंपनी प्रति शेयर ₹10 का डिविडेंड देती है । इस तरह, आपको हर साल ₹1000 (₹10 × 100) का डिविडेंड मिलेगा और अगर आप इन ₹1000 को फिर से स्टॉक्स खरीदने में लगाते हैं, तो आपके पास अधिक शेयर हो जाएंगे, अगली बार आपको और अधिक डिविडेंड मिलेगा ।

Last Step

Review Invest Portfolio – ऐसा नहीं है कि आप किसी डिविडेंड स्टॉक में इन्वेस्ट करके आराम से डिविडेंड प्राप्त करते रहेंगे, इसके लिए आपको समय-समय पर अपने इन्वेस्ट पोर्टफोलियो को रिव्यू करते रहना होगा । अगर कोई कंपनी डिविडेंड कम कर रही है या उसकी वित्तीय स्थिति कमजोर हो रही है, ऐसे में आप अपने स्टॉक्स को बेचकर दूसरे बेहतर विकल्पों में निवेश कर सकते हैं ।

यह ज़रूरी नहीं है कि आपको एक कंपनी के स्टॉक में निवेश करने से अच्छा डिविडेंड प्राप्त होता रहेगा, इसलिए आपको अन्य सेक्टर्स की कंपनियों के डिविडेंड स्टॉक्स में निवेश करने पर विचार करना चाहिए ताकि जोखिम कम से कम हो और नियमित रूप से पैसिव इनकम अर्जित कर पाएं ।

पैसिव इनकम अर्जित करने के लिए डिविडेंड स्टॉक्स में निवेश करना आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है, यहां आपको सही स्टॉक्स चुनने, लगातार निवेश करने, धैर्य रखने के साथ कुछ जोखिम उठाने की आवश्यकता होगी ।

#1. डिविडेंड स्टॉक में आपकी इनकम कंपनी के प्रॉफिट पर निर्भर करती है यदि कंपनी अच्छा प्रदर्शन कर रही है, आपका डिविडेंड बढ़ेगा और अगर कंपनी अच्छा प्रदर्शन नहीं करती या भारी लॉस उठती है ऐसे में कंपनी डिविडेंड घटा सकती है या बंद भी कर सकती है ।
#2. ऐसी कंपनियों की तलाश करना एक कठिन कार्य हो सकता है जिनका पिछला डिविडेंड रिकॉर्ड, डिविडेंड यील्ड अच्छा हो और भविष्य में भी विकास की संभावनाएँ हों ।
#3. डिविडेंड स्टॉक्स में निवेश करने से आपको हाई-ग्रोथ स्टॉक्स की तुलना में कम रिटर्न मिल सकता है, क्योंकि इनकी प्राथमिकता स्थिरता होती है, न कि तेजी से बढ़ना ।
#4. कुछ देशों में डिविडेंड पर उच्च टैक्स दर हो सकती है, जिससे आपकी कुल आय कम हो सकती है।
#5. बहुत सी बड़ी और स्थिर कंपनियों में डिविडेंड अधिक हो सकता है, लेकिन उनके स्टॉक की वृद्धि दर सीमित होती है, अगर आप उच्च वृद्धि की तलाश में हैं, तो इसमें नुकसान हो सकता है।
#6. केवल डिविडेंड स्टॉक्स पर निर्भर रहना जोखिम भरा हो सकता है, इसलिए अपने पैसे को अलग-अलग जगहों पर निवेश करें । अगर एक जगह से आपका रिटर्न कम हो, तो दूसरी जगह से आपको फायदा हो सकता है।
#7. शेयर बाजार की स्थिति बदलने के साथ स्टॉक्स के मूल्य भी बदलते हैं। डिविडेंड स्टॉक्स भी इस जोखिम से अछूते नहीं हैं, खासकर अगर पूरा बाजार गिरावट का सामना कर रहा हो ।

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महत्त्वपूर्ण शब्द

पैसिव इनकम उत्पन्न करना एक लॉन्ग टर्म प्रॉसेस हो सकता है जो ज्यादा मुश्किल नहीं है, सही दृष्टिकोण और योजना के साथ, आप इसे नियमित आय का स्रोत बना सकते हैं और अपने ऊंचे सपनों को साकार कर सकते हैं । आपकी वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाने और एक्स्ट्रा इनकम अर्जित करने के लिए डिविडेंड स्टॉक में निवेश करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है ।

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